
Nafe Singh Rathi Murder: 40-50 राउंड की गोलीबारी, बॉडी गार्ड की भी मौत, जानें क्यों रडार पर थे INLD चीफ नफे सिंह राठी

Who is Nafe Singh Rathee: 70 साल के इनेलो (Indian National Lok Dal) हरियाणा इकाई के अध्यक्ष नफे सिंह राठी (Who is Nafe Singh Rathee) की रविवार को झज्जर के बहादुरगढ़ में दिन दहाड़े गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई है. चौटाला परिवार और पार्टी के नेताओं का कहना है कि नफे सिंह को पहले भी जान से मारने की धमकियां मिल चुकी थीं. राठी और पार्टी लगातार उनकी सुरक्षा की मांग कर रहे थे. वहीं, इनेलो नेता अभय चौटाला ने मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से गहन जांच की मांग की है.
बहादुरगढ़ के पूर्व विधायक और इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) नेता नफे सिंह राठी रविवार को अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी से कहीं जा रहे थे. उनके साथ एक पार्टी कार्यकर्ता की भी मौत हो गई है. जबकि करीब तीन सुरक्षा कर्मी गंभीर रूप से घायल हैं. उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस घटना के बाद पूरे हरियाणा में अलर्ट जारी किया गया है. झज्जर के एसपी अर्पित जैन का कहना है कि पुलिस के साथ एसटीएफ की कई टीमों को बदमाशों की तलाश में लगाया गया है. ऐसे में आपको जानने जरूरी है कि आखिर नफे सिंह राठी कौन थे?
नफे सिंह राठी कौन थे?
नफे सिंह राठी हरियाणा के रहने वाले थे. वे बहादुरगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से 9वीं और 10वीं हरियाणा विधानसभा के सदस्य थे. दो बार विधायक रहने के अलावा वह दो बार बहादुरगढ़ नगर परिषद के चेयरमैन भी रहे. 70 वर्षीय राजनेता को कई बार जान से मारने की धमकियां मिली थीं. उन्होंने पुलिस सुरक्षा के लिए राज्य सरकार से कई बार अपील भी की थी.
इनेलो नेता अभय चौटाला ने न्यूज एजेंसी को बताया कि दो बार के विधायक, जो हमारी राज्य इकाई के प्रमुख भी थे, उनको सुरक्षा प्रदान नहीं की गई थी. राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और राज्य के गृह मंत्री को लिखित रूप से आवेदन भी किया गया था कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं. इसलिए उन्हें सुरक्षा दी जानी चाहिए.
लोकसभा चुनाव से पहले हुए इस हमले को लेकर विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है. कई लोगों ने राठी पर हमले को हरियाणा सरकार की विफलता बताया. अभय चौटाला ने कहा है कि हरियाणा में इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की गोली मारकर हत्या की खबर बेहद दुखद है. यह राज्य की बेहाल कानून-व्यवस्था को दर्शाता है. आज राज्य में कोई भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है. यहां जंगल राज कायम है.
अभय चौटाला ने घटना की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि जिन्हें सुरक्षा की जरूरत है उन्हें नहीं मिल रही है और जो कई मामलों में आरोपी हैं उन्हें सुरक्षा दी जा रही है. इसलिए मैं इस घटना के लिए स्पष्ट रूप से मुख्यमंत्री को जिम्मेदार मानता हूं. चौटाला ने कहा, अगर कोई लिखकर दे रहा है कि उसकी जान को खतरा है तो सीएम को इसकी जांच करानी चाहिए थी और फिर उसे सुरक्षा मुहैया करानी चाहिए थी. चौटाला ने कहा कि हम मांग करते हैं, इसकी सीबीआई जांच हो और आरोपियों को सजा मिले.
