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निर्भया गैंगरेप के दोषीयों को फांसी देने की घड़ी आई नजदीक, मेरठ जेल से जल्लाद को भेजा गया तिहाड़ जेल
नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप के दोषी विनय शर्मा को दिल्ली की तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया है. इससे पहले विनय मंडोली जेल में बंद था. 2012 में राजधानी में हुए निर्भया कांड के चार दोषियों को फांसी की सज़ा सुनाई गई थी. विनय शर्मा के अलावा जो बाकी तीन दोषी हैं वो पहले से ही तिहाड़ जेल में बंद हैं।
इसी बीच पिछले दिनों एक दोषी अक्षय कुमार सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में फांसी की सजा को लेकर पुनर्विचार याचिका दायर की है। इस मामले में 13 दिसंबर को होने वाली सुनवाई पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं.लेकिन इसी बीच यूपी के मेरठ जेल से जल्लाद को तिहाड़ जेल भेजा जाएगा।
अब इस पूरे मामले में इंसाफ करने वाले ही जानें कि वो निर्भया को इंसाफ कब तक दिलाएंगे. खबरें मिलती रहती हैं कि कहीं से फांसी दिलाने के लिए उनकी रस्सी तैयार हो रही है, किसी जेल में उन्हें फांसी देने की तैयारियां चल रही है, लेकिन अमलीजामा कब तक पहनाया जाएगा, यह देखना बाकी है.
जेल सूत्रों का कहना है कि ऐसे में कोई भी दोषी किसी तरह का गलत कदम न उठाए, इसके लिए जेल प्रशासन ने तत्काल छह सीसीटीवी कैमरे खरीदने का निर्णय लिया है जेल प्रशासन समय-समय पर दोषियों की काउंसिलिंग कर रही है ताकि वह कोई गलत कदम न उठा सके।
बतादें कि 16 दिसंबर, 2012 को दक्षिणी दिल्ली के मुनेरका में एक प्राइवेट बस में अपने एक दोस्त के साथ चढ़ी 23 साल की पैरा मेडिकल छात्रा के साथ एक नाबालिग सहित छह लोगों ने चलती बस में सामूहिक दुष्कर्म और लोहे के रॉड से क्रूरतम आघात किया गया था. इसके बाद गंभीर रूप से घायल पीड़िता और उसके पुरुष साथी को चलती बस से महिपालपुर में बस से नीचे फेंक दिया गया था।
पीड़िता का इलाज पहले सफदरजंग अस्पताल में चला, उसके बाद तत्कालीन शीला दीक्षित सरकार ने बेहतर इलाज के लिए उसे विशेष विमान से सिंगापुर भेजा था, जहां वारदात के 13वें दिन उसने दम तोड़ दिया था. निर्भया की मौत के बाद देश की सड़कों पर युवाओं का सैलाब उतरा था जो इंसाफ की मांग कर रहा था.