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लो अब ये खादी मास्क भी फर्जी निकला, क्या कोई भी अपना प्रोडक्ट पीएम का फोटो लगाकर बेच सकता है!
अभी सरकार धीरे धीरे मास्कों का खुलासा कर रही है, पता नहीं क्यों जब भी सरकार जागी तब तक देश की करोड़ों जनता लुट पिट चुकी होती है। पहले N 95 मास्क अब ये खादी मास्क, आखिर सरकार सरकार बनाने और गिराने में जुटी रहती है या जनहित के कार्यों पर भी निगाह रख पाती है।
इतने दिनों के प्रचार विज्ञापन के बाद यह सूचना आ रही है कि प्रधानमंत्री का चित्र लगाकर बिकने वाले ये मास्क खादी इंडिया द्वारा नहीं बनाये हैं। इस देश में जब जो आये फर्जीवाडा करें, लूटे और चला जाये। देश के प्रधानमंत्री का फ़ोटो लगाकर विज्ञापन करे , बेचे और खिसक ले। जो ज़्यादा रईस हैं जैसे अंबानी या पेटीएम वे अपने प्रोडक्ट को प्रधानमंत्री के चित्र सहित विज्ञापित करें और हो हल्ला होने पर पॉंच सौ रुपये का जुर्माना भरें और छाती तान कर हमारी ही छाती पर मूँग दलें।
कहीं किसी का कंट्रोल है कि नहीं ? या दिन में अठारह घंटे सिर्फ़ राजनीति , सरकारों को बनानें बिगाड़ने पर ही सारी ऊर्जा लगी रहती है। प्रधानमंत्री का वश चले तो कह दें कि इस देश में बिकने वाले सब उत्पादों पर मेरा फोटो और मेक इन इंडिया का लोगो होना अनिवार्य है। मेक इन इंडिया की सफलता नहीं तो फिर कैसे बतायेंगें ? और अपनी भी।
लोकल के लिये वोकल होना यही तो नहीं ?