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VIDEO : मुसलमानों के लिए बीजेपी वर्कर्स को पीएम मोदी ने दिया ये 'मंत्र'!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भोपाल में मेरा बूथ, सबसे मजबूत कार्यक्रम में 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर बिगुल फूंक दिया. उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस और विपक्षी दलों पर हमला बोला. उन्होंने कांग्रेस और विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि एक तरफ इस तरह के लोग हैं, जो तुष्टिकरण कर अपने स्वार्थ के लिए छोटे-छोटे कुनबे दूसरों के खिलाफ खड़े कर देते हैं और दूसरी तरफ हम बीजेपी के लोग हैं.
बीजेपी ने यह तय किया है कि हमें तुष्टिकरण के रास्ते पर नहीं चलना है. देश का भला करने का रास्ता तुष्टिकरण नहीं, संतुष्टिकरण है.
उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि कुछ लोग सिर्फ अपने ही दल के लिए जीते हैं, दल का ही भला करना चाहते हैं और वो ये सब इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें भ्रष्टाचार, कमीशन, कट मनी का हिस्सा मिलता है. उन्होंने जो रास्ता चुना है उसमें ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती और ये रास्ता है तुष्टिकरण का.
पीएम मोदी ने इस दौरान बूथ कार्यकर्ताओं के सवालों के जवाब भी दिए. इन्हीं कार्यकर्ताओं में एक लखनऊ के बड़ा चांदगंज की रहने वाली रीना चौरसिया ने पूछा कि पहले लोग तीन तलाक का विरोध कर रहे थे, अब यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) का विरोध कर रहे हैं, इसको लेकर मुसलमानों में जो भ्रम है उसे कैसे दूर करें?
भारत के मुसलमान भाई बहनों को ये समझना होगा कि कौन से राजनीतिक दल उनको भड़का कर उनका राजनीतिक फायदा ले रहे हैं। हम देख रहे हैं कि यूनिफॉर्म सिविल कोड के नाम पर ऐसे लोगों को भड़काने का काम हो रहा है। एक घर में एक सदस्य के लिए एक कानून हो और दूसरे के लिए दूसरा तो घर चल पायेगा क्या?… pic.twitter.com/EROICLwt6v
— BJP (@BJP4India) June 27, 2023
इस पर पीएम ने जवाब दिया कि जो भी तीन तलाक के पक्ष में बात करते हैं, वो वोट बैंक के भूखे लोग मुस्लिम बहनों का बहुत नुकसान कर रहे हैं. तीन तलाक से नुकसान सिर्फ बेटियों का ही नहीं बल्कि इसका दायरा इससे कहीं बड़ा है. इससे पूरे परिवार तबाह हो जाते हैं.अगर तीन तलाक कहकर किसी बेटी को कोई निकाल दे तो उसके पिता का क्या होगा, भाई का क्या होगा, पूरे परिवार इससे तबाह हो जाते हैं.
तीन तलाक का इस्लाम से संबंध होता तो कोई मुस्लिम देश इस पर प्रतिबंध नहीं लगाता. मिस्र ने आज से 90 साल पहले इसको खत्म कर दिया था. अगर इस्लाम से इसका संबंध होता तो इस्लामिक देश इसे क्यों खत्म करते. कतर, जॉर्डन, इंडोनेशिया जैसे देशों में क्यों इसको बंद कर दिया.तीन तलाक का फंदा लटका कर कुछ लोग मुस्लिम बहनों पर अत्याचार की खुली छूट चाहते हैं.
जो भी तीन तलाक के पक्ष में बात करते हैं, जो भी इसकी वकालत करते हैं... वो वोट बैंक के भूखे लोग मुस्लिम बेटियों के साथ बहुत बड़ा अन्याय कर रहे हैं। तीन तलाक से केवल बेटियों पर अन्याय नहीं होता...पूरे परिवार तबाह हो जाते हैं। अगर तीन तलाक इस्लाम का जरूरी अंग है तो कतर, जॉर्डन,… pic.twitter.com/9OQRHVlX5O
— BJP (@BJP4India) June 27, 2023
पीएम ने आगे कहा, भारत के मुसलमानों को यह समझना होगा कि कौन से राजनीतिक दल उनको भड़का रहे हैं. आजकल UCC के नाम पर भड़का रहे हैं. एक घर में एक सदस्य के लिए एक कानून हो और दूसरे के लिए दूसरा तो घर चल पायेगा क्या? तो ऐसी दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चल पाएगा? ये लोग हम पर आरोप लगाते हैं. ये अगर मुसलमानों के सही हितैषी होते तो मुसलमान पीछे नहीं रहते. सुप्रीम कोर्ट बार-बार कह रहा है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड लाओ लेकिन ये वोट बैंक के भूखे लोग ऐसा नहीं करना चाहते.
पीएम ने आगे कहा कि जो पसमांदा मुसलमान भाई-बहन हैं, उनकी आवाज सुनने के लिए कोई नहीं है. उनके धर्म के लोगों ने अगर कोई भला किया होता तो ऐसा नहीं होता. आज भी उनको वीजा नहीं मिलता. वो पिछड़े नहीं होते. पसमांदा मुसलमानों के साथ जो भेदभाव हुआ है, उसका नुकसान इनकी कई पीढ़ियों को भुगतना पड़ा, लेकिन बीजेपी सरकार सबके लिए सबका साथ, सबका विकास पर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि जो दल यूसीसी का विरोध कर रहे हैं वे मुसलमानों के हितैषी नहीं हैं. इन्हीं दलों की वजह से पसमांदा मुसलमान पिछड़े हैं.