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लोकसभा में बोले PM मोदी, 'किसान आन्दोलन पवित्र मानता हूं लेकिन आंदोलनजीवी कर रहे हैं अपवित्र'
नई दिल्ली : पीएम मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान उठे मुद्दों का जवाब दिया इस दौरान उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर भी बड़ा बयान दिया।
कृषि कानूनों पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस कोरोना काल में तीन कृषि कानून भी लाए गए. ये कृषि सुधार का सिलसिला बहुत ही आवश्यक है महत्वपूर्ण है और वर्षों से हमारा कृषि क्षेत्र जो दबाव महसूस कर रहा है उसके लिए हमने प्रयास किया है. यहां पर जो चर्चा हुई विशेषकर कांग्रेस के साथियों ने जो चर्चा की उसमें कानून के कलर पर तो बहुत चर्चा हुई कि ब्लैक है कि व्हाइट है अच्छा होता उसके कंटेंट पर चर्चा करते अच्छा होता कि उसके इंटेंट पर चर्चा करते ताकि देश के किसानों तक सही चीज पहुंच सकती.
पीएम मोदी ने कहा कि मैं किसान आंदोलन को पवित्र मानता हूं लेकिन जब आंदोलनजीवी पवित्र आंदोलन को अपने लाभ के लिए निकलते हैं तो आंदोलन की पवित्रता नष्ट करते हैं. आंदोलनजीवी देश को गुमराह कर रहे हैं. देश को ऐसे आंदोलनजीवीयों की पहचान करना जरूरी है. देश को आंदोलनकारियों और आंदोलनजीवियों के बीच फर्क करना बहुत जरूरी है.
उन्होंने कहा, ''आंदोलन का नया तरीका है. आंदोलनकारी ऐसे तरीके नहीं अपनाते हैं, आंदोलनजीवी ही ऐसे तरीके अपनाते हैं. उनका कहना होता है कि ऐसा होगा तो ऐसा हो जाएगा. जो हुआ नहीं उसका डर फैलाया जा रहा है. यह चिंता का विषय है. यह देश के लिए चिंता का विषय है.'' पीएम ने कहा, ''जब तथ्यों के आधार पर बात नहीं टिकती है तो ऐसा हो जाता है जो अभी हुआ है. आशंकओं को हवा दी जाती है. माहौल आंदोलनजीवी पैदा करते हैं. किसान आंदोलन को पवित्र मानता हूं. भारत के लोकतंत्र में आंदोलन का महत्व है. यह जरूरी है. जब आंदोलनजीवी पवित्र आंदोलन को अपने लाभ के लिए बर्बाद करने के लिए निकलते हैं तो क्या होता है?''
पीएम ने कहा, ''कोई मुझे बताए तीन नए कृषि कानूनों की बात हो और जेल में बंद संप्रदाय वादी, आंतकवादी और नक्सली जो जेल में हैं उनकी फोटो लेकर मांग करना ये किसान आंदोलन को अपवित्र करने की मांग है या नहीं?'' प्रधानमंत्री ने कहा कि इस देश में टोल प्लाजा को सभी सरकार ने स्वीकार किया. इसे तोड़ दिया गया. ये तरीके आंदोलन को अपवित्र करने का प्रयास है कि नहीं? टेलीकॉम के टावर तोड़ दिए गए, ये किसान आंदोलनकारियों की मांग है क्या? ये काम आंदोलनकारियों ने नहीं आंदोलनजीवियों ने किया है. देश को आंदोलनजीवियों से बचाना होगा. देश को गुमराह करने वालों को पहचानना होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि आंदोलन कर रहे सभी किसान भाइयों का ये सदन भी और ये सरकार भी आदर करती है और आदर करती रहेगी. इसीलिए सरकार के वरिष्ठ मंत्री जब ये आंदोलन पंजाब में था तब भी और बाद में भी लगातार बात कर रहे हैं. इस बीच विपक्ष लगातार हंगामा करता रहा. पीएम मोदी ने आगे कहा कि अगर कानून में कोई बदलाव करना होगा तो करेंगे. कानूनों के हर पहलूओं पर चर्चा की गई थी. पीएम मोदी ने कहा कि ये हो-हल्ला एक सोची समझी रणनीति के तहत है. जो हो-हल्ला बाहर चल रहा है वही अंदर हो रहा है. सच को रोकने के लिए ये लोग हो-हल्ला कर रहे हैं. इन्हें झूठ-अफवाह का पर्दाफाश होने का डर है. लेकिन इससे ये लोग किसी का विश्वास नहीं जीत पाएंगे.