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कांग्रेस में राहुल गांधी के दाएं बाएं होंगे प्रियंका गांधी और अहमद पटेल
यूसुफ़ अंसारी
दो हफ्ते पहले कांग्रेस के महासचिव बनाई गईं प्रियंका गांधी गुरुवार को कार्यभार संभालेंगी। कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड पर प्रियंका गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बगल वाला कमरा अलॉट किया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष बनने से पहले तक बतौर महासचिव राहुल गांधी इसी कमरे में बैठते थे। बतौर कांग्रेस महासचिव अपना कार्यभार संभालने के बाद प्रियंका गांधी कांग्रेस महासचिवों और राज्यों के प्रभारियों के साथ बैठक में हिस्सा लेंगी। महासचिव बनने के बाद वह पहली बार कांग्रेस मुख्यालय आएंगे और उनके महासचिव बनने के बाद राहुल गांधी ने सभी मां सचिवों की पहली बैठक बुलाई है जिसमें आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति पर विचार होगा।
प्रियंका राहुल का दाहिना तो अहमद पटेल बायां हाथ होंगे
कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड पर नेताओं के बैठने के हिसाब से अगर देखें तो प्रियंका गांधी राहुल का दाहिना हाथ और अहमद पटेल बायां हाथ होंगे। दरअसल प्रियंका गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बगल वाला कमरा इसी लिए अलॉट किया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष बनने से पहले बतौर कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी इसी कमरे में बैठते थे उनके कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद से ही कमरा खाली पड़ा हुआ था। किसी दूसरे नेता को की दूसरे नेता को अलाट नहीं किया गया था। राहुल गांधी के दूसरी तरफ कांग्रेस के कोषाध्यक्ष का कमरा है। इसमें अहमद पटेल बैठते हैं। इस हिसाब से देखें तो राहुल गांधी के एक तरफ अहमद पटेल तो दूसरी तरफ प्रियंका गांधी बैठेंगी। राहुल गांधी जब कांग्रेस मुख्यालय में अपनी कुर्सी पर बैठेंगे तो उनके दाहिनी तरफ प्रियंका गांधी और बायीं तरफ अहमद पटेल होंगे। इस तरह पार्टी संगठन में प्रियंका गांधी और अहमद पटेल के राहुल गांधी के दाएं-बाएं हाथ बन गए हैं।
महासचिवों और प्रभारियों की बैठक की अहमियत
प्रियंका गांधी को कांग्रेस का महासचिव बनाए जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी महासचिव और राज्यों के प्रभारियों की बैठक बुलाई है। इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। इस बैठक में राहुल गांधी पार्टी संगठन में शामिल किए गए दो नए महासचिवों प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया का बाकी महासचिवों और प्रभारियों से औपचारिक परिचय कराएंगे। इस बैठक में सभी महासचिव और प्रभारियों से उनके प्रभार वाले राज्यों के राजनीतिक हालात और लोकसभा चुनाव में पार्टी की संभावनाओं का ब्यौरा लिया जाएगा। उसी के आधार पर आगे की रणनीति तय होगी। किस राज्य में गठबंधन की क्या स्थिति है। किन पार्टियों से गठबंधन किया जा सकता है। ऐसे मुद्दों पर भी विचार किया जाएगा। महासचिव को की बैठक में शामिल होने का प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया का यह पहला मौका होगा। लिहाजा लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर उनके विचार भी सामने आएंगे।
प्रियंका और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की थी राहुल के साथ बैठक
रविवार रात को अमेरिका से लौटने के बाद सोमवार को प्रियंका गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के घर 12 ए तुग़लक लेन जाकर बैठक की थी। इस बैठक में ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल थे। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी ने दोनों महासचिवों से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन को लेकर विचार विमर्श किया है। हालांकि इस बैठक के बारे में कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से कोई जानकारी नहीं दी है। समझा जाता है कि राहुल गांधी प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया के जरिए कांग्रेस को मजबूती से चुनाव में उतारने की रणनीति पर विचार कर रहे हैं। बैठक में इस बात पर भी विचार किया गया कि अगर सपा-बसपा बसपा गठबंधन के साथ किसी तरह औपचारिक अनौपचारिक तालमेल की कोई गुंजाइश बनती है तो उस पर विचार किया जाए या नहीं। हालांकि पार्टी में एक बड़े तबके का मानना है कि इस स्थिति में कांग्रेस को अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहिए। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि सपा-बसपा गठबंधन के साथ कुछ सीटों पर अनौपचारिक तालमेल करना व्यावहारिक रास्ता है। ऐसे में 15 से 20 सीटों पर दोस्ताना चुनावी संघर्ष किया जा सकता है। इससे कांग्रेस फायदे में रहेगी। सभी महासचिव और राज्यों के प्रभारियों के साथ होने वाली बैठक के बाद इस बारे में कोई ठोस फैसला ले जाने के आसार है।
यूपी की रैलियों पर हो रही है चर्चा
सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के घर पर हुई प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया की बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में किस तरह प्रियंका गांधी को किस तरह काम करना चाहिए और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कहां-कहां रैलियां करनी चाहिए जिससे पार्टी को ज्यादा फायदा हो सके। वहीं पश्चिम उत्तर प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ राहुल गांधी किन-किन इलाकों में रैलियांं करें। इस पर भी चर्चा हुई है। हालांकि अभी इसकी रूपरेखा पूरी तरह से तैयार नहीं हुई है। पहले बताया जा रहा था कि 4 या 5 तारीख को प्रियंका गांधी और राहुल गांधी लखनऊ में रैली करके प्रदेश में चुनावी प्रचार का शुभारंभ करेंगे। अभी इसमें देर है। पूरे उत्तर प्रदेश में रैलियों की रूपरेखा तैयार होने के बाद ही इसका औपचारिक एलान होगा। अभी तक की जानकारी के हिसाब से 10 या 12 फरवरी को लखनऊ में एक रैली हो सकती है जिसमें प्रियंका गांधी के साथ ज्योतिरादित्य भी शामिल होंगे। इस पर अभी अंतिम मुहर लगनी बाकी है। उसके बाद प्रियंका गांधी पूर्वी उत्तर प्रदेश में और ज्योतिरादित्य सिंधिया पश्चिम उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी के साथ रैलियों में हिस्सा लेंगे।
प्रियंका को देशभर में स्टार प्रचारक बनाने की मांग
प्रियंका गांधी के कांग्रेस महासचिव बनने के बाद से ही उन्हें लोकसभा चुनाव में देशभर में स्टार प्रचारक बनाए जाने की मांग हो रही है। कांग्रेस महासचिव और और प्रभारियों की बैठक में प्रियंका गांधी को दूसरे राज्यों में भी प्रचार करने की मांग उठ सकती है। ग़ौरतलब है कि प्रियंका को लेकर ऐसी मांग हर चुनाव में उठती रही है। साल 2017 में जब प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में चुनाव की बागडोर पर्दे के पीछे से संभाली थी तब पंजाब में कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने और उत्तराखंड में तब के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रियंका गांधी को स्टार प्रचारक के रूप में राज्य में बुलाने की आधिकारिक रूप से मांग की थी। तब समझा जा रहा था कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर प्रचार करेंगी। लेकिन उन्होंने न उत्तर प्रदेश में प्रचार किया था और न ही दूसरे राज्यों में प्रचार के लिए हो गईंं थींं। अब जबकि वो पार्टी में बाक़ायदा महासचिव बन चुकी हैं तब देश भर में स्टार प्रचारक के रूप में जा सकती हैं। हर राज्य का कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यों के प्रभारी महासचिव इसकी मांग कर रहे हैं। गुरुवार को होने वाली बैठक में आधिकारिक रूप से यह बात सामने आ सकती है।
गुरुवार को होने वाली कांग्रेस महासचिव और प्रभारियों की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेताओं को भी बुलाया गया है। कांग्रेस मुख्यालय पर बड़े पैमाने पर इस बैठक की तैयारी होगी। अभी तक इस बैठक का कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड पर ही होना तय है लेकिन आखिरी वक्त में जगह बदल कर कांग्रेस के चुनावी वॉर रूम 15 गुरुद्वारा रकाबगंज रोड पर भी यह बैठक हो सकती है। उस स्थिति में प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले 24 अकबर रोड आकर अपना बतौर महासचिव अपना प्रभार संभाल लेंगे उसके बाद बैठक के लिए 15 गुरुद्वारा रकाबगंज रोड के लिए कूच कर जाएंगे। हालांकि कांग्रेस का जनसंपर्क विभाग अब यही बता रहा है कि बैठक 24 अकबर रोड पर ही होगी।