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राकेश टिकैत हुए नाराज बोले, गीदड़ की मौत आती है तो गांव की तरफ भागता है
किसान आंदोलन के बीच किसान नेताओं और सरकार के बीच तल्खी लगातार बढ़ती चली जा रही है. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर जबरदस्त हमला किया है. केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी आज से किसानों के बीच पंचायत कर रही है ताकि उन्हें किसान से जुड़े बिल समझाए जा सकें. सरकार की इस कोशिश पर राकेश टिकैत ने कहा कि जब गीदड़ की मौत आती है तो वह गांव की तरफ भागता है, केंद्र सरकार कुछ ऐसा ही कर रही है.
किसान नेताओं से सरकार की लगातार चल रही बातचीत पर राकेश टिकैत का कहना है कि सरकार उनसे बातचीत कर रही है जो किसान हैं ही नहीं. उनके मुताबिक किसान तो दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर बैठा है जहां सरकार के नुमाइंदे बातचीत करने नहीं जा रहे हैं. राकेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकार से बातचीत करने वाले नेता असल में किसानों से जुड़े हैं तो वही अब आंदोलन खत्म भी करवा लें.
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से सरकार के अलग-अलग सीनियर मंत्री किसान आंदोलन को लेकर अपना अपना वक्तव्य जारी कर चुके हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहले ही साफ कर चुके हैं कि तीनों कृषि बिल को वापस लेने का सवाल ही पैदा नहीं होता. अब केंद्र में सीनियर मंत्री नितिन गडकरी ने भी कहा है कि किसानों को कुछ राजनैतिक दल गुमराह कर रहे हैं.
आंदोलन में शामिल कई विवादास्पद तत्वों पर राकेश टिकैत ने कहा कि किसान भी अपनी तरफ से इन लोगों पर नजर बनाए हुए हैं और उन्हें तुरंत पहचान कर बाहर किया जा रहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले दिनों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों की महापंचायत भी हो सकती है. इस महापंचायत को लेकर टिकैत कहते हैं कि हमने अपनी पूरी तैयारी कर ली है और किसान दिल्ली की तरफ निर्णायक कूच करने को तैयार हैं.