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पीआईबी, नई दिल्ली: स्वच्छ भारत मिशन चरण-2 के तहत स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण, 2021 को कल यानी 9 सितंबर, 2021 को लॉन्च किया जाएगा। 'आजादी का अमृत महोत्सव' के हिस्से के रूप में, स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण का उद्देश्य देश में ओडीएफ के साथ मध्यस्थ के तौर पर जुड़कर परिणामों की गति बढ़ाने का समर्थन करना है। सर्वेक्षण 2021 के संचालन के लिए एक विशेषज्ञ एजेंसी को काम पर रखा गया है। सर्वेक्षण के हिस्से के रूप में, गांवों, जिलों और राज्यों को प्रमुख मापदंडों का उपयोग करके रैंकिंग किया जाएगा।
स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण के हिस्से के रूप में, देश भर के 698 जिलों के 17,475 गांवों को कवर किया जाएगा। सर्वेक्षण के लिए इन गांवों के 87,250 सार्वजनिक स्थानों जैसे स्कूलों, आंगनबाड़ियों, सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों, हाट/बाजारों/धार्मिक स्थलों का दौरा किया जाएगा। एसबीएम से संबंधित मुद्दों पर प्रतिक्रिया के लिए लगभग 1,74,750 परिवारों का मत लिया जाएगा। साथ ही, नागरिकों को इस उद्देश्य के लिए विकसित एक एप्लिकेशन का उपयोग करके स्वच्छता संबंधी मुद्दों पर ऑनलाइन फीडबैक देने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
पेयजल और स्वच्छता विभाग (डीडीब्ल्यूएस) ने "स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण (एसएसजी) इससे पहले 2018 और 2019 में शुरू किया था। यह बताना जरूरी है कि एसएसजी सिर्फ एक रैंकिंग एक्सरसाइज नहीं है बल्कि जनांदोलन (जन आंदोलन) बनाने के लिए एक वाहक है। प्रमुख गुणवत्ता और मात्रात्मक मापदंडों पर उनके प्रदर्शन के आधार पर जिलों की रैंकिंग का मार्गदर्शन करने के लिए एक विस्तृत प्रोटोकॉल विकसित किया गया है।