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शिक्षक जिन्होंने बच्चों की ख्वाहिश पर स्कूल को ही ट्रेन बना डाला, जानिए
ऐसे शिक्षक जिन्होंने बच्चों की ख्वाहिश पर स्कूल को ही ट्रेन बना डाला, यहां पर बच्चों के स्कूल का भवन पूरी ट्रेन जैसा दिखता है।पूरे स्कूल कोर्ट ट्रेन जैसा आकार देकर उसका नाम भी शिक्षक ने शिक्षा एक्सप्रेस रखा है।
मंदसौर जिले की भानपुरा तहसील के ग्राम बड़ोदिया के डेरे में प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक मुकेश राठौर ने अपने खर्च पर स्कूल भवन को रेल के डिब्बे जैसा बना दिया है। स्कूल भवन का नाम भी उन्होंने शिक्षा एक्सप्रेस रखा है।
इसकी कहानी भी दिलचस्प है एक बार मुकेश राठौर बच्चों से रेल के बारे में पूछ रहे थे तो 14 बच्चों ने कहा कि हमने कभी रेल में सफर नहीं किया। बस तभी से मुकेश राठौर ने ठान लिया और जेब से लगभग 25 हजार रुपए खर्च कर स्कूल भवन को रेल के डिब्बे जैसा बना दिया। अब बच्चे भी कहने लगे हैं मुकेश मारसाब की रेल चली पम पम पम।
मंदसौर जिले के भानपुरा विकासखंड में अरावली की पर्वत श्रृंखलाओं से घिरी ग्राम पंचायत गोवर्धनपुरा के 120 की आबादी वाले ग्राम बड़ोदिया के डेरे में पदस्थ शिक्षक मुकेश राठौर नवाचारों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। अब शिक्षक मुकेश राठौर ने प्राथमिक विद्यालय के के कक्षों को बाहर से रेल के कोच का रूप दिया है। रेलवे कोच की तरह बना यह स्कूल और इसका नाम भी शिक्षक मुकेश राठौर ने शिक्षा एक्सप्रेस रखा है।
मुकेश राठौर ने बताया कि उत्तर प्रदेश के शिक्षक ग्रुप में एक शाला का चित्र रेल के डिब्बे के आकार में देखा था तभी से मेरे मन में विचार चल रहा था कि मुझे भी मेरे स्कूल के प्रति कुछ करना चाहिए।इसको लेकर स्कूल में बच्चों से पूछा कि आप लोगों को क्या पसंद है?
इसी दौरान रेल में बैठने पर बात हुई तो 14 बच्चों ने कहा कि हम लोग कभी भी रेल में नहीं बैठे है। तब से मैंने मन बनाया था कि इस स्कूल भवन के बाहर का रंग रेल के डिब्बे का आकृति जैसा बनवा दूं। मैंने जेब से 25 हजार रुपए खर्च कर से शाला भवन को बाहर से रेल के कोच जैसा बनाकर बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया है।,