- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
ससंद में सरकार द्वारा दिए गए बेरोजगारी के आँकड़े: करोड़ों का वादा करने वाले अब तक लाखों भी नहीं दे पाए
भारतीय जनता पार्टी की नरेंद्र मोदी सरकार ने संसद में बेरोजगारी के आँकड़े प्रस्तुत किए है। जो बड़े ही चौकने वाले है। अपने आठ साल के कार्यकाल में महज सात लाख बाईस लाख लोगों को रोजागार दिया गया है।
यह आँकड़े बीजेपी के सांसद वरुण गांधी ने शेयर करते हुए लिखा है कि ससंद में सरकार द्वारा दिए गए यह आँकड़े बेरोजगारी का आलम बयां कर रहे हैं। विगत 8 वर्षों में 22 करोड़ युवाओं ने केंद्रीय विभागों में नौकरी के लिए आवेदन दिया जिसमें से मात्र 7 लाख को रोजगार मिल सका है। जब देश में लगभग एक करोड़ स्वीकृत पद खाली हैं, तब इस स्थिति का जिम्मेदार कौन है?
देखिए संसद में दिए गए आँकड़े
जबकि केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी के नेता लगातार कहते है कि हमने करोड़ों लोगों को रोजगार दिया है। अब उन्हे भी सार्वजनिक करना चाहिए कि अब तक कितने लोगों को किन किन विभागों में रोजगार दिया है। केंद्र सरकार ने संसद में बताया है कि 2014 से 2022 के दौरान विभिन्न विभागों में 7 लाख 22 हज़ार 311 लोगों को नौकरियां दी गईं, जबकि इन पदों के लिए 22 करोड़ 5 लाख 99 हज़ार से अधिक लोगों ने आवेदन किया था. अब आप क्या कहेंगे?
Live Updates
- 28 July 2022 11:42 AM IST
22 करोड़ युवा, 8 सालों में सरकारी नौकरियों के लिए कतार में लगे, नौकरी मिली 7.22 लाख को, यानी 1000 में से सिर्फ़ 3 को
22 करोड़ युवा, 8 सालों में सरकारी नौकरियों के लिए कतार में लगे, नौकरी मिली 7.22 लाख को, यानी 1000 में से सिर्फ़ 3 को। बेरोज़गारी पर सवाल पूछने पर राजा को गुस्सा आता है। सच तो ये है- रोज़गार देना इनके बस की बात नहीं। युवा देश का ‘Asset’ हैं, भाजपा उन्हें ‘Liability’ दिखा रही है।
यह बात कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने कही है।
22 करोड़ युवा, 8 सालों में सरकारी नौकरियों के लिए कतार में लगे, नौकरी मिली 7.22 लाख को, यानी 1000 में से सिर्फ़ 3 को।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 28, 2022
बेरोज़गारी पर सवाल पूछने पर राजा को गुस्सा आता है। सच तो ये है- रोज़गार देना इनके बस की बात नहीं।
युवा देश का ‘Asset’ हैं, भाजपा उन्हें ‘Liability’ दिखा रही है।