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RIP Vinod Dua : वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, बेटी मल्लिका दुआ ने दी जानकारी
पत्रकार विनोद दुआ का निधन हो गया। वे काफी समय से बीमार चल रहे थे। विनोद दुआ की बेटी मल्लिका दुआ ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए ये जानकारी दी। मल्लिका ने बताया कि विनोद दुआ का अंतिम संस्कार लोधी श्मशान घाट में कराया जाएगा।
विनोद दुआ ने दूरदर्शन और NDTV इंडिया में लंबे वक्त तक काम किया। साल 1996 में उन्हें रामनाथ गोयनका पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें भारत सरकार द्वारा 2008 में पत्रकारिता के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। जून 2017 में, पत्रकारिता के क्षेत्र में उनकी जीवन भर की उपलब्धि के लिए, मुंबई प्रेस क्लब ने उन्हें रेडइंक पुरस्कार से सम्मानित किया था।
दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई की
बता दें कि विनोद दुआ की शुरुआती परवरिश दिल्ली की रिफ्यूजी कॉलोनियों में हुई। उनके माता-पिता 1947 में आजादी के बाद खैबर पख्तूनख्वा से आए थे। विनोद दुआ ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और दिल्ली विश्वविद्यालय से ही साहित्य में मास्टर डिग्री भी प्राप्त की।
एंकरिंग का लंबा तजुर्बा
1975 में विनोद दुआ ने युवा जन कार्यक्रम के लिए एंकरिंग की। उसी वर्ष, उन्होंने युवाओं के लिए एक कार्यक्रम, जवान तरंग की एंकरिंग शुरू की। विनोद दुआ ने प्रणय रॉय के साथ, 1984 में दूरदर्शन पर चुनाव विश्लेषण को एंकर किया। उन्होंने जनवाणी (पीपुल्स वॉयस) की भी एंकरिंग की, एक ऐसा शो जहां 1985 में आम लोगों को सीधे मंत्रियों से सवाल करने का मौका मिला था। यह शो अपनी तरह का पहला शो था।
विनोद दुआ ने 1992 में ज़ी टीवी चैनल चक्रव्यूह शो की एंकरिंग की। विनोद दुआ दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले शो 'तसवीर-ए-हिंद' के एंकर थे। मार्च 1998 में, उन्होंने सोनी एंटरटेनमेंट चैनल के शो 'चुनाव चुनौती' की एंकरिंग की।
वह साल 2000 से 2003 तक सहारा टीवी से जुड़े रहे, जिसके लिए वे एंकरिंग करते थे। विनोद दुआ ने एनडीटीवी इंडिया के कार्यक्रम, ज़ाइका इंडिया के लिए भी एंकरिंग की। बाद में उन्होंने द वायर हिंदी के लिए जन गण मन की बात की एंकरिंग भी की थी।