
उपराष्ट्रपति ने कहा पूरे देश को अपने पैरालंपिक खिलाड़ियों पर गर्व है

प्रतीकात्मक फोटो
पीआईबी, नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने आज भारतीय पैरालंपिक खिलाड़ियों के साहस और दृढ़ संकल्प की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने टोक्यो खेलों में अपने शानदार प्रदर्शन के माध्यम से पूरे देश में मुश्किल के इस समय में उत्साह एवं आशा का निर्माण किया है।
उपराष्ट्रपति ने आज गुरुग्राम में टोक्यो पैरालंपिक खिलाड़ियों के लिए आयोजित एक सम्मान समारोह के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए टोक्यो पैरालंपिक में हिस्सा लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों की सराहना की। उन्होंने कोविड-19 महामारी के कारण असाधारण परिस्थितियों में टोक्यो पैरालंपिक आयोजित किए जाने के बावजूद अब तक के सर्वोच्च पदक जीतने के लिए भारतीय खिलाड़ियों की प्रशंसा की।
यह स्वीकार करते हुए कि ये उपलब्धियां आसान नहीं थीं, उन्होंने कहा कि पूरे देश को अपने पैरालंपिक खिलाड़ियों पर गर्व है। उपराष्ट्रपति ने खिलाड़ियों से कहा, "आपने कई बाधाओं को पार किया है, रूढ़ियों को ध्वस्त किया है और खेलों को अच्छा ना समझने वाले सामाजिक दृष्टिकोण पर विजय प्राप्त की है।" उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद उनकी उपलब्धियां हर भारतीय के लिए प्रेरणा हैं।
उपराष्ट्रपति ने देश में खेल संस्कृति के निर्माण की आवश्यकता पर जोर देते हुए खेलों को युवाओं के लिए एक आकर्षक और व्यवहार्य करियर विकल्प बनाने का आह्वान किया। उन्होंने इस संबंध में कई नीतिगत पहल करने के लिए हरियाणा सरकार की सराहना की।
नायडू ने दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए स्थानीय स्तर पर खेल सुविधाओं की सामान्य कमी का संज्ञान लेते हुए उनके लिए आवश्यक सुविधाओं के निर्माण का आह्वान किया। उन्होंने स्थानीय स्तर पर दिव्यांग खिलाड़ियों की पहचान करने और उन्हें प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
उपराष्ट्रपति ने खेलों के कई लाभों के बारे में बात करते हुए कहा कि खेल शारीरिक रूप से स्वस्थ रखते हैं, अनुशासन और टीम भावना पैदा करते हैं, साथ ही स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के माध्यम से उत्कृष्टता प्राप्त करने की इच्छा भी जगाते हैं। उन्होंने मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी जीवनशैली संबंधी बीमारियों की बढ़ती संख्या का उल्लेख करते हुए कहा कि ये स्थितियां किसी व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करती हैं, जिससे वह कोरोनावायरस संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। नायडू ने कहा, "इसलिए, स्वस्थ भोजन और खेल हमारी दैनिक जीवन शैली का हिस्सा होने चाहिए।"
उपराष्ट्रपति ने राज्य में खिलाड़ियों को बड़े पैमाने पर समर्थन और बढ़ावा देने के लिए हरियाणा सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह उदाहरण अन्य राज्यों को भी इसके लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने युवाओं से अपनी शारीरिक फिटनेस पर ध्यान देने का आग्रह करते हुए सही तरह से पका हुआ पारंपरिक भोजन खाने और प्रकृति के साथ तालमेल बैठाने के महत्व को रेखांकित किया। नायडू ने घरों और कार्यालयों के अंदर उचित वेंटिलेशन और धूप के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, रहने की जगहों को डिजाइन करते समय खूबसूरती और आराम पर समान ध्यान देने का आह्वान किया।