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ट्रैक्टर परेड हिंसा में घायल हुए 18 पुलिसकर्मी अस्पताल में भर्ती, एक की हालत गंभीर, गृह मंत्री ने की अधिकारियों के साथ बैठक
नई दिल्ली : कृषि कानून के खिलाफ पिछले दो महीनों से आंदोलन कर रहे किसान ने आज दिल्ली की सीमाओं के आसपास ट्रैक्टर रैली निकाली. इस दौरान कई जगहों पर पुलिस और किसानों के बीच भिड़ंत हुई. पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं. पुलिस को चकमा देते हुए किसान लाल किले तक पहुंच गए.
दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में 18 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. उन्हें एलएनजेपी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. घायल पुलिसकर्मियों में से एक की हालत नाजुक बताई जा रही है.
दिल्ली पुलिस ने जारी किया बयान
ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा पर दिल्ली पुलिस ने बयान जारी किया है. पुलिस की ओर से कहा गया है कि आज के ट्रैक्टर रैली के लिए दिल्ली पुलिस ने किसानों के साथ तय हुए शर्तों के अनुसार काम किया और आवश्यक बंदोबस्त किया. दिल्ली पुलिस ने अंत तक काफी संयम का परिचय दिया, परन्तु आंदोलनकारियों ने तय शर्तों की अवहेलना की और तय समय से पहले ही अपना मार्च शुरू कर दिया और आंदोलनकारियों ने हिंसा व तोड़फोड़ का मार्ग चुना, जिसको देखते हुए दिल्ली पुलिस कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए संयम के साथ ज़रूरी कदम उठाए. इस आंदोलन से जन संपत्ति को काफी नुक्सान हुआ है और कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं. आंदोलनकारियों से अपील है कि हिंसा का रास्ता छोड़ शान्ति बनाएं और तय हुए रास्ते से वापस लौट जाएं.
गृह मंत्री अमित शाह ने की अधिकारियों के साथ बैठक
किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई बैठक 2 घंटे तक चली. बैठक में तत्काल प्रभाव से उन संवेदनशील जगहों पर सुरक्षाबलों की तैनाती के निर्देश दिए गए हैं जहां पर आज हिंसा हुई है. यह जगह नांगलोई, आईटीओ और गाजीपुर हैं. गृह मंत्री द्वारा बुलाई गई इस बैठक में आईबी चीफ, गृह मंत्रालय के आला अधिकारी और दिल्ली पुलिस कमिश्नर मौजूद रहे. अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया कानून-व्यवस्था दिल्ली में कायम करना प्राथमिकता है.
दिल्ली हिंसा पर पंजाब के सीएम का ट्वीट
दिल्ली हिंसा पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में हैरान कर देने वाले दृश्य. किसान नेताओं ने ट्रैक्टर परेड से खुद को अलग कर लिया है. मैं उनसे मांग करता हूं कि वो दिल्ली को खाली करें और बॉर्डर पर लौटें.
लाल किले की घटना से मेरा सिर झुक गया: योगेंद्र यादव
स्वराज पार्टी के योगेंद्र यादव ने कहा कि लाल किले की घटना से मेरा सिर झुक गया है. वहां पर जो लोग थे वो सही लोग नहीं थे. वहां देशबंधु थे जो पहले दिन से हमारे साथ नहीं हैं, मगर मैं जिम्मेदारी से नहीं भाग सकता हूं. इससे आंदोलन बदनाम होगा.