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सिक्किम में एक और झील को लेकर चेतावनी जारी, अब तक बाढ़ से 18 लोगों की मौत
उत्तरी सिक्किम में बादल फटने से अचानक आए फ्लैश फ्लोड के बाद तबाही जैसा मंजर हो गया है। अचानक आई इस बाढ़ अबतक 18 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 120 से ज्यादा लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। एक आदेश के मुताबिक, शुक्रवार को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की एक टीम उन सुरंगों में सर्च ऑपरेशन चलाएगी जहां पर लोग फंसे हुए हैं। जारी आदेश में कहा गया है कि बीते 48 घंटों से बिना खाना पानी या किसी संभावित निकास के सुरंगों में फंसे लोगों के रेस्क्यू के लिए सिक्किम के चुंगथांग में NDRF की टीम भेजा जाएगा।
Sikkim में 2 साल पहले थी खतरे की आशंका
बता दें कि एक इंटरनेशनल स्टडी में दो साल पहले ही सिक्किम आपदा को लकेर चेताया गया था। शोध दल ने सिक्किम के ल्होनक झील के फटने और झील का निचला क्षेत्र प्रभावित होने की आशंका जताई थी। यह स्टडी साल 2021 में जर्नल ‘ज्योमोर्फोलॉजी’ में प्रकाशित हुई थी। इस अध्ययन में कहा गया कि ल्होनक झील का स्तर ग्लेसियर के पिघलने से बीते कई सालों काफी बढ़ा है और ग्लेसियर झील के फटने से बाढ़ (जीएलओएफ) आने की आशंका है।
Sikkim में 1 और चेतावनी जारी
बता दें कि आचनाक आई बाढ़ को लेकर प्रशासन ने एक बार फिर चेतावनी जारी की है। यह चेतावनी हिमनद झील शाकू चू को लेकर जारी की गई है। जानकारी के मुताबिक, सैटलाइट डाटा में पता चला है कि झील का स्तर खासा बढ़ा हुआ है। ऐसे में ओवरफ्लो से झील फटने का खतरा मंडरा रहा है।
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