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मौसमपूर्वानुमान: जुलाई -2021, जानिए कब कब होगी बरसात
डॉ शेषनारायण वाजपेयी
जुलाई महीने में विश्व के अधिकाँश देशों प्रदेशों में वर्षा और बाढ़ की मात्रा काफी अधिक होगी | वर्षा का वेग बहुत अधिक होगा संभव है अनेकों दशकों के बाद जुलाई के महीने में इतनी अधिक बारिश हो रही हो | वर्षा का स्वरूप इतना अधिक डरावना होगा कि बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए सरकारों के द्वारा किए जाने वाले अधिकतम प्रयास भी निरर्थक सिद्ध हो सकते हैं |वर्षा वैसे तो संपूर्ण महीने में ही कुछ क्षेत्रों में होती रहेगी उसमें भी विशेष अधिक वर्षा का क्रम 8 जुलाई से प्रारंभ होगा !10 से १५ जुलाई एवं 24 से 28 जुलाई में वर्षा की मात्रा लगभग सभी जगहों पर काफी अधिक होगी ! 1 जुलाई से 11 जुलाई के बीच कुछ क्षेत्रों में वर्षा के साथ साथ वज्रपात जैसी घटनाएँ घटित होने संभावना है | 17 से 22 जुलाई अन्य समय की अपेक्षा कम वर्षा का समय है |
1 जुलाई को कुछ क्षेत्रों में न बरसने वाले बादलों की सामान्य आवाजाही रहेगी !तापमान बढ़ेगा मौसम सामान्य रहेगा |संभव है कहीं कहीं बहुत हल्की वर्षा हो |
2जुलाई को तापमान क्रमशः बढ़ना प्रारंभ जाएगा | लू जैसी गरम हवाओं का सामना करना पड़ सकता है |इस दिन आग लग जाने की दुर्घटनाएँ घटित हो सकतीहैं | वायुमंडल में ज्वलनशील गैसों की अधिकता रहेगी | वर्षा की संभावना कम है |
3और4जुलाई को हवाओं का वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा !तापमान भी अधिक बढ़ चुका होगा !कुछ क्षेत्रों में तेज आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं | इन्हीं दिनों में समुद्र के आसपास के क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ अधिक वर्षा भी हो सकती है |
5और6जुलाई को हिंसक चक्रवातों का निर्माण हो सकता हैजिससे समुद्रवर्ती कुछ देशों प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ अधिक वर्षा का वातावरण बनने की संभावना है जबकि सामान्यतौर पर इन दिनों में वर्षा प्रायः नहीं होगी!कुछ क्षेत्रों में केवल वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है |
7और8 जुलाई को कुछ क्षेत्रों में मध्यम वर्षा हो सकती है अन्य स्थानों पर तापमान अधिक बढ़ा रहेगा| गरम हवाओं के थपेड़े सहने पड़ सकते हैं| इससमय वायुमंडल में अग्नि का अंश अधिक हो जाने से आग लग जाने की दुर्घटना घटित हो सकती है |
विशेष : 9 से 13 जुलाई के बीच आसमान में काले काले भयंकर बादलों की घनघोर घटाएँ उठने की संभावना है !
9और 10 जुलाई को गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से हवाओं में नमी की मात्रा अधिक रहेगी |तापमान कम होगा |अधिकाँश देशों प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति अधिक दिखाई पड़ेगी जिससे अनेकों क्षेत्रों में वर्षा होने की संभावना है |
11और12जुलाई को विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में काफी अधिक वर्षा की संभावना है | विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदिआदि में काफी अधिक वर्षा हो सकती है |
13जुलाई को भारत के अनेकों प्रदेशों में काफी अधिक वर्षा होने की संभावना है | सामान्य वर्षा तो लगभग सभी जगहों पर होगी |
14और15जुलाई को आकाश में अधिक बादलों की उपस्थिति देखने को मिलेगी तथा कुछ क्षेत्रों में कृषिकार्यों के लिए हितकारी एवं कुछ क्षेत्रों में अधिक मात्रा में वर्षा होने की संभावना है |
16जुलाई को अधिकाँश देशों प्रदेशों में जहाँएक ओर तापमान बढ़ जाएगा वहीँ दूसरी ओर काळा काळा अधिक बादल देखने को मिलेंगे एवं मध्यम स्तरीय वर्षा होने की संभावना है |
17और18जुलाई को हुमस अधिक होगी !हवाओं का वेग कुछ अधिक होगा |हवाओं का वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा | तापमान भी अधिक होगा !कुछ क्षेत्रों में सामान्य वर्षा के साथ आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं |
विशेष :19 से 21 जुलाई के बीच भूरे रंग के बादलों की संख्या काफी अधिक होगी इस दिन कहीं कहीं मध्यम मात्रा में वर्षा हो सकती है |
19जुलाई को कुछ क्षेत्रों में आँधी तूफ़ान एवं वायुप्रदूषण बढ़ने लगेगा | सामाजिक वातावरण में मानसिक तनाव की मात्रा इस समय अधिकबढ़ती दिखाई देगी |कुछ क्षेत्रों में वर्षा की संभावना अधिक है |
20जुलाई कोआकाश में वायुप्रदूषण का स्तर काफी अधिक होगा| मौसम सामान्य रहेगा |समुद्र के किनारे स्थित देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान ओलावृष्टि अधिक वर्षा एवं बज्रपात होने की संभावना है |इन दिनों में चक्रवातों का निर्माण हो सकता है | सामान्यतौर पर इन दिनों में वर्षा प्रायः नहीं होगी!
21जुलाई को तेज धूप रहेगी वर्षा की संभावना नहीं है |तापमान बढ़ जाएगा! वायु मंडल में ज्वलन शील गैसों की मात्रा अचानक बढ़ जाएगी |
22जुलाई को पश्चिम की ओर से आने वाली गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से हवाओं में नमी की मात्रा अधिक रहेगी |तापमान अन्य दिनों की अपेक्षा कुछ कम होगा | कहीं कहीं वर्षा होने की संभावना है|
23जुलाई को कुछ देशों प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति दिखाई पड़ेगी | कुछ क्षेत्रों में वर्षा जैसा वातावरण बनेगा किंतु वर्षा की संभावनाबहुत कम है |
24जुलाई को विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में अधिक वर्षा की संभावना है| विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में अधिक वर्षा बाढ़ जैसी घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं|हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदि में भी वर्षा हो सकती है|
25 जुलाई को विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में बहुत अधिक वर्षा होने की संभावना है|हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदि में काफी अधिक वर्षा हो सकती है |
26 और 27 जुलाई को बादलों की उपस्थिति अधिक रहेगी 27 जुलाई को वर्षा की संभावना अनेकों देशों प्रदेशों में अधिक होगी |
28जुलाई को कुछ क्षेत्रों में कम बरसने वाले बादलों की आवाजाही रहेगी !तापमान बढ़ेगा मौसम सामान्य रहेगा |
29जुलाई को तापमान क्रमशः बढ़ना प्रारंभ जाएगा | को देशों वर्षा होने की संभावना है |
30 और 31 जुलाई को धूल भरी हवाओं का वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा !तापमान भी अधिक बढ़ चुका होगा !कुछ क्षेत्रों में तेज आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं | इस दिन कहीं कहीं सामान्य वर्षा की संभावना है !
आँधी तूफ़ान:
3 से 8 जुलाई तक गुजरात महाराष्ट्र जैसे प्रदेशों में तीव्र समुद्री तूफानों की घटनाएँ घटित हो सकती हैं | 17 से 21 जुलाई और 31 जुलाई को वायु का भय अधिक रहेगा !इन तारीखों में आँधी तूफानों की अधिक संभावना है इनमें हिंसक चक्रवातों के निर्माण की संभावना अधिक रहेगी |इन्हीं तारीखों में महाराष्ट्र केरल कर्नाटक तमिलनाडु आंध्रप्रदेश तेलंगाना उड़ीसा पुड्डुचेरी त्रिपुरा छत्तीस गढ़ पश्चिम बंगाल आदि प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ वर्षा की संभावना है |10 जुलाई के आसपास कुछ क्षेत्रों में आँधी तूफ़ान आदि घटित हो सकते हैं |
आग लगने के बिषय में पूर्वानुमान:
जुलाई के महीने में अग्नि का भय सामान्य रहेगा |अग्नि प्रकोप की दृष्टि से 2, 3, 7, 8, 17, 21, 22, 29, 30 जुलाई को अग्नि प्रकोप की संभावना है !इन दिनों में विशेष सावधानी वरती जानी चाहिए !
तनाव का समय :
17से 21 जुलाई के बीच के समय में लोगों के मन में समाज में समुदायों एवं दो देशों के बीच में तनाव विशेष अधिक बढ़ जाने का समय है | ऐसे समय में जिन्हें पहले से कोई तनाव चला आ रहा होगा उन्हें इस समय में अधिक परेशानी होगी | जिनके साथ ऐसा नहीं है इस समय में बेचैनी उनकी भी बढ़ेगी किंतु उन्हें अधिक परेशानी का अनुभव नहीं होगा |
उत्पात का समय:
3 से 7 जुलाई एवं 18से 22 तथा 30 और 31 जुलाई को आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी|इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक हादसे घटित हो सकते हैं |समय के दुष्प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध आंदोलन, देशों की सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बमविस्फोट आदि हिंसक आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय की अपेक्षा अधिक रहती है |यहाँ तक कि सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |लोगों के चिंतन में हिंसा उन्माद की मात्रा अन्य समय की अपेक्षा इन दिनों में अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों, जातियों, संप्रदाओं, समुदायों, देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए |