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भारत के कई राज्यों में भीषण गर्मी से हाहाकार, 30 से ज्यादा लोगों की मौत

Special Coverage News
3 Jun 2019 3:22 AM GMT
भारत के कई राज्यों में भीषण गर्मी से हाहाकार, 30 से ज्यादा लोगों की मौत
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दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है. गर्मी से अबतक अलग-अलग राज्यों को मिलाकर 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. गर्मी से कई जगहों पर तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच चुका है. आग उगलते सुरज ने पिछले 75 साल के रिकॉर्ड तोड़ दिए. गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए पारे को 50.8 डिग्री के पार पहुंचाया दिया. पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, मध्य प्रदेश, यूपी, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, नॉर्थ कर्नाटक, बिहार, झारखंड, कर्नाटक और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में लू का कहर अगले दो दिनों तक जारी रहेगा.

राजधानी दिल्ली का हाल

दिल्ली वासियों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिलने के आसार दिख रहे हैं. दिल्ली वासियों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिलने के आसार दिख रहे हैं. मौसम विभाग ने रविवार शाम से ठंडी हवाएं चलने और गरज के साथ बिजली कड़कने की संभावना जताई है. रविवार को राष्ट्रीय राजधानी का न्यूनतम तापमान 30.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो इस मौसम के औसत तापमान से तीन डिग्री सेल्सियस ज्यादा है. ह्यूमिडिटी का स्तर 64 फीसदी रिकॉर्ड किया गया.

उत्तर प्रदेश का हाल

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत अन्य कुछ क्षेत्रों में भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों को रात में हुई बूंदाबांदी और चल रही हवा के कारण गर्मी से कुछ निजात मिली है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में गर्मी कुछ कम होने का आसार जताया है. यूपी मौसम विभाग के निदेशक जे पी गुप्ता के अनुसार, ईरान से चलने वाली उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण मार्च से जून के बीच में लू चलती है. मानसून पूर्व बारिश कम होने से राहत नहीं मिल पा रही है. मौसम विभाग के मुताबिक चार जून के बाद गर्मी और लू से कुछ राहत मिलने की संभावना है.

बंगाल की खाड़ी से आने वाली पुरवाई से पारा गिरेगा. पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक दो दिन में तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी हो सकती है. प्रदेश के तापमान में उतार-चढ़ाव का क्रम जारी है. रविवार को लखनऊ का न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम पारा 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. वहीं, कानपुर का न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस जबकि अधिकतम 44 डिग्री सेल्सियस रहा. गोरखपुर का न्यूतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.

मध्य प्रदेश का हाल

वहीं, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में चिलचिलाती धूप और गर्मी के कारण सड़कें सुनसान दिखायी दे रही हैं. आम नागरिक मुंह पर नकाब लगाकर या लू से बचने के अन्य उपाय करके ही दिन में निकलने का साहस दिखा पा रहे हैं. पूरे राज्य में भीषण गर्मी का यही आलम है. इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, सागर, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़ और अन्य स्थानों पर भी दिन का तापमान 44 डिग्री से लेकर 46 डिग्री के बीच दर्ज किया जा रहा है. इस बीच अब सभी लोग राज्य में मानसून के आने के इंतजार के साथ ही मानसून पूर्व की गतिविधियों का इंतजार कर रहे हैं, ताकि गर्मी से राहत मिल सके. मौसम विभाग का कहना है कि अभी कम से कम एक दो दिन और भीषण गर्मी और लू का प्रकोप बना रहेगा.

इस साल तेलंगाना में सबसे ज्यादा मौतें

हीटवेव की वजह से इस साल तेलंगाना में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं. पिछली 23 दिनों में सूबे में गर्मी और लू से 17 लोगों की मौत हो चुकी है. यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है. इसी तरह आंध्र प्रदेश में इस सीजन में 3 लोगों की लू लगने से मौत हुई है. इसके अलावा 433 लोग बीमार हुए हैं. दोनों राज्यों में 2015 में भीषण लू ने कहर ढाया था. तब अकेले आंध्र प्रदेश में लू लगने से 1,369 लोगों की मौत हुई थी. इसी तरह तेलंगाना में 2015 में 541 लोगों की मौत हुई थी. वहां पिछले साल भी 27 लोगों की जान गई थी.

महाराष्ट्र के भी ज्यादातर हिस्से भीषण गर्मी और लू की चपेट में

महाराष्ट्र के भी ज्यादातर हिस्से भीषण गर्मी और लू की चपेट में हैं. यहां इस सीजन में गर्मी से अबतक 8 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा 456 लोगों के बीमार होने के मामले सामने आए हैं. नागपुर और अकोला जैसे क्षेत्रों में लू से मौत और बीमार पड़ने की घटनाएं ज्यादा हुई हैं. इस सीजन में कुछ जगहों पर अधिकतम तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच चुका है. शुक्रवार को जहां राजस्थान का गंगानगर सबसे गरम था, वहीं उससे एक दिन पहले गुरुवार को इलाहाबाद देश में सबसे ज्यादा तप रहा था.

गर्मी से क्या परेशानियां होती हैं और इसका कैसे बचाव करें?

गर्मी में लोगों को कई तरह की परेशानियां होती हैं. ज्यादा गर्मी और धूप से लोगों को चक्कर आना, बेहोशी, डिहाइड्रेशन और हड्डियों में अकड़न जैसी दिक्कत होने लगती है. गर्मी से बचने के लिए लोगों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. अगर निकलते हैं तो छाता साथ में रखें और साथ-साथ चेहरे और बदन को पूरी तरह से ढक कर निकलें.

बच्चे नाज़ुक होते हैं, उनपर गर्मी का असर बहुत जल्दी पड़ता है. ऐसे में बच्चों को धूप में निकलने से बचाना चाहिए. खाने पीने की चीजों में तरल पदार्थों का इस्तेमाल ज्यादा करना चाहिए. अगर लू लगती है तो ऐसे में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.

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