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New Parliament Building : जानिए- कौन हैं नई संसद बनाने वाले बिमल पटेल? कितनी ली है फीस
New Parliament Building : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन (New Parliament Building Inauguration) को देश को समर्पित किया. नए भवन का उद्घाटन वैदिक विधि विधान और सर्व धर्म प्रार्थना के साथ किया गया. पीएम ने यहां 'सेंगोल' को भी स्थापित किया. इस दौरान पीएम के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद थे. हालांकि कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित कुछ विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया. वहीं बीजेपी के साथ ही बीजू जनता दल, तेलुगुदेशम, बसपा और वाईएसआरसीपी जैसी पार्टियों ने इस समारोह का समर्थन किया.
जानिए- आखिर किसने बनाई है नई संसद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जिस नए संसद भवन का उद्घाटन किया. उसे दिग्गज वास्तुकार बिमल पटेल ने डिजाइन किया है. बिमल पटेल का नाम पूरी हो चुकी और कुछ जारी अहम परियोजनाओं के पीछे भी है. बिमल पटेल ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को भी डिजाइन किया है. बिमल हसमुख पटेल एक जाने माने वास्तुकार हैं. उन्हें शहरी डिजाइन और योजना का एक्सपर्ट माना जाता है.
बिमल मौजूदा समय में अहमदाबाद में सेंटर फॉर एनवायरमेंटल प्लानिंग एंड टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय के अध्यक्ष हैं. बिमल साल 2012 से इस विश्वविद्यालय का नेतृत्व कर रहे हैं. इसके अलावा वह एचसीपी डिजाइन प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के प्रमुख भी हैं, जिसकी स्थापना उनके पिता हसमुख सी पटेल ने 1960 में की थी.
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पिछले साल जानकारी देते हुए बताया था कि बिमल पटेल की एसचीपी डिजाइन्स ने सेंट्रल विस्टा परियोजना के लिए परामर्श बोली जीती थी. उनकी फर्म को नई संसद सहित महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए परामर्श सेवाओं के लिए 229.75 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा.
पटेल की फर्म द्वारा दी जाने वाली सेवाओं में परियोजना के लिए मास्टर प्लान तैयार करना, इसमें संरचनाओं का डिजाइन, लागत अनुमान, यातायात एकीकरण और पार्किंग सुविधाएं शामिल थी.
इंडियन एक्स्प्रेस में अपने लेख में बिमल पटेल ने बताया कि पहले लोकसभा को रीडिज़ाइन के अनुरोध के बाद बात की गई थी. न्यूज एजेंसी पीटीआई को बिमल पटेल ने बताया कि उन्होंने नए संसद भवन का आकार क्यों त्रिकोणीय दिया है. उन्होंने कहा, ‘नया संसद भवन त्रिकोणीय आकार में डिजाइन किया गया है क्योंकि यह त्रिकोणीय भूखंड पर बैठता है और इसमें तीन मुख्य स्थान हैं. जिनमें लोकसभा, राज्यसभा और सेंट्रल लाउंज मौजूद है. साथ ही त्रिकोण देश के विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों में पवित्र माना जाता है.’
बता दें कि बिमल पटेल को उनके काम के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है. साल 2019 में बिमल पटेल को पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. 2003 में शहरी योजना और डिजाइन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार और 2013 में हडको डिजाइन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
बिमल पटेल ने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट जेवियर्स हाई स्कूल, अहमदाबाद में की. बिमल ने 1984 में CEPT, अहमदाबाद से आर्किटेक्चर में डिप्लोमा प्राप्त किया. उन्होंने साल 1998 में आर्किटेक्चर में मास्टर और सिटी प्लानिंग में मास्टर और 1995 में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले से सिटी एंड रीजनल प्लानिंग में पीएचडी पूरी की. साल 1990 में बिमल पटेल अपने हसमुख पटेल की कंपनी से जुड़ गए. 1996 में, बिमल ने एनवायरमेंटल प्लानिंग कोलैबोरेटिव (ईपीसी) की स्थापना की, जो एक गैर-लाभकारी परामर्शन और नीति-अनुसंधान संगठन है.