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कौन थे बाबा राम सिंह जिन्होंने किसान आंदोलन के बीच की आत्महत्या?
दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में करनाल जिले के मशहूर संत बाबा राम सिंह जी की आत्महत्या पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की क्रूरता हर हद पार कर चुकी है। उन्होंने एक ट्वीट कर कहा कि सरकार को जिद छोड़कर तुरंत कृषि विरोधी कानूनों को वापस लेना चाहिए।
बाबा राम सिंह सिंगड़ा वाले बाबा जी के नाम से दुनियाभर में प्रसिद्ध थे। हरियाणा और पंजाब ही नहीं और विश्वभर में संत बाबा राम सिंह जी को सिंगड़ा वाले संत के नाम से ही जाना जाता था। बुधवार को गोली मारकर आत्महत्या करने की खबर से दुनियाभर में उनके अनुयायी शोक में डूब गए।
सोशल मीडिया पर लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इस क्रम में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनकी तस्वीर के साथ ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'करनाल के संत बाबा राम सिंह जी ने कुंडली बॉर्डर पर किसानों की दुर्दशा देखकर आत्महत्या कर ली। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं और श्रद्धांजलि। कई किसान अपने जीवन की आहुति दे चुके हैं। मोदी सरकार की क्रूरता हर हद पार कर चुकी है। ज़िद छोड़ो और तुरंत कृषि विरोधी क़ानून वापस लो!'
बाबा जी सिंगड़ा वाले डेरे के अलावा विश्वभर प्रवचन करने के लिए जाते थे। वह सिखों की नानकसर संप्रदाय से जुडे थे । नानकसर संप्रदाय में संत बाबा रामसिंह का बहुत ऊंचा स्थान माना जाता है। काफी दिनों से संत बाबा राम सिंह किसान समस्याओं को लेकर व किसान आंदोलन को लेकर दुखी थे।
अकाली दल हरियाणा के प्रदेश प्रवक्ता कंवलजीत सिंह अजराना ने बताया है कि गुरुवार को उनका पार्थिव शरीर उनके निवास स्थान निसंग के पास सिंगड़ा गांव के डेरे में दर्शनों के लिए रखा जाएगा। जिसमें देश विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।
उधर, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने बुधवार को राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को 'अपवाद' बताया और कहा कि यह 'एक राज्य तक सीमित' है। हालांकि उन्होंने इस मामले के जल्द समाधान की उम्मीद भी जताई। तीन कृषि कानूनों का जिक्र करते हुए तोमर ने कहा, 'कृषि क्षेत्र में हुए हालिया सुधारों से देश में उत्साह का वातावरण है।'
वाणिज्य एवं उद्योग मंडल एसोचैम के एक सम्मेलन को डिजीटल माध्यम से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'जो प्रदर्शन हो रहे हैं वह अपवाद है और वह एक राज्य तक सीमित है। हम वार्ता कर रहे हैं। मुझे जल्द समाधान निकलने की उम्मीद है।'