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कोरोना को महामारी बताने वाली मीडिया इस बड़े फायदे को जनता को क्यों नहीं बता रही ताकि सब ठीक हो सकें!
रूद्र प्रताप दुबे
International Journal of Microbiology में 19 सितंबर को पब्लिश रिसर्च पेपर कह रहा है कि गंगा जल को पीने और उसमें नहाने से कोरोना का खतरा 90 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
दुनिया के इस सर्वाधिक प्रतिष्ठित जर्नल में पहली बार गंगा जल से किसी खास बीमारी के इलाज को लेकर रिसर्च पब्लिश की गई है। इस रिसर्च में BHU के न्यूरोलॉजी के प्रो. विजय नाथ मिश्रा ने बताया है कि उन्होंने वाराणसी में ऐसे 274 लोगों पर रिसर्च की जो हर दिन गंगा स्नान करते और गंगा जल पीते थे। इनमें से एक भी व्यक्ति में कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं पाया गया। वहीं, गंगा स्नान नहीं करने वाले 220 लोगों में 20 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए।
जर्नल के निष्कर्ष में कहा गया है कि प्रयोगशाला के अध्ययन के शानदार नतीजे आने पर क्लिनिकल ट्रायल होगा। अगले हफ्ते से इसका 200 मरीजों पर क्लिनिकल ट्रायल शुरू भी हो रहा है। गंगा जल के एक नैजल ड्राप जिसकी कीमत 20 से 30 रुपये है, उसका क्लिनिकल ट्रायल में उपयोग किया जाएगा।
19 सितंबर को ये जर्नल प्रकाशित होने के बाद 3 दिन हो चुके हैं लेकिन नेशनल मीडिया इस पर डिबेट तक नहीं करवा रही। रिसर्च पर प्रश्न खड़े करिये, उसके आँकड़ों पर बात करिये, गंगा जल पर हुए दूसरे रिसर्च को आधार बनाइये लेकिन चर्चा तो करिये।
क्या ये पूरी खबर चर्चा के लायक तक नहीं!