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दोस्त सिंधिया के बीजेपी में जाने पर छलका राहुल का दर्द, कही ये बड़ी बात
नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को अपने 'दोस्त' ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने पर पहली बार प्रतिक्रिया दी। राहुल ने कहा कि सिंधिया ने अपनी विचारधारा को जेब में रखा लेकिन उन्हें जल्द अहसास होगा कि उन्होंने क्या किया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी में सिंधिया को सम्मान नहीं मिलेगा।
#WATCH Rahul Gandhi, Congress: This is a fight of ideology, on one side is Congress & BJP-RSS on the other. I know Jyotiraditya Scindia's ideology, he was with me in college, I know him well. He got worried about his political future, abandoned his ideology and went with RSS. pic.twitter.com/YhtNEam29f
— ANI (@ANI) March 12, 2020
'उन्हें बाद में अहसास होगा कि उन्होंने यह क्या किया'
सिंधिया पर सियासी भविष्य के लिए विचारधारा को तिलांजलि देने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'वह अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में चिंतित थे, उन्होंने अपनी विचारधारा को त्याग दिया और आरएसएस के साथ चले गए। सिंधिया ने अपनी विचारधारा को अपनी जेब में रखा। जल्द ही उन्हें अहसास होगा कि उन्होंने क्या किया। सिंधिया अपने सियासी भविष्य को लेकर डरे हुए थे।'
'सिंधिया को बीजेपी में नहीं मिलेगा सम्मान'
मीडिया से मुखातिब हुए राहुल ने सिंधिया के सवाल पर बार-बार अपनी दोस्ती का जिक्र किया। उन्होंने यह तक कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के दिल में कुछ, जुबान पर कुछ और है। उन्होंने कहा, 'वास्तविकता यह है कि उन्हें वहां (बीजेपी में) सम्मान नहीं मिलेगा और वह संतुष्ट नहीं होंगे। उन्हें इसका एहसास बाद में होगा, मुझे पता है क्योंकि मैं लंबे समय से उनका दोस्त हूं। सिंधिया के दिल में कुछ और है, जुबान पर कुछ और है।'
'मैं कांग्रेस अध्यक्ष नहीं, राज्य सभा की टिकट नहीं कर रहा तय'
अपनी कोर टीम के सदस्यों को राज्यसभा का टिकट न दिए जाने के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, 'मैं कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हूं, मैं राज्यसभा प्रत्याशियों पर निर्णय नहीं ले रहा हूं। मैं देश के युवाओं को अर्थव्यवस्था के बारे में बता रहा हूं। मेरी टीम में कौन है, मेरी टीम में कौन नहीं है, इसका कोई मतलब नहीं है।'