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Yes Bank मामला: वधावन बंधुओं को ईडी ने किया गिरफ्तार, 10 दिन की मिली कस्टडी

Arun Mishra
14 May 2020 3:30 PM GMT
Yes Bank मामला: वधावन बंधुओं को ईडी ने किया गिरफ्तार, 10 दिन की मिली कस्टडी
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ईडी ने येस बैंक मामले में कपिल और धीरज वधावन को गिरफ्तार कर 10 दिनों की कस्टडी में भेज दिया है.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के प्रमोटर्स कपिल और धीरज वधावन को गिरफ्तार कर लिया है. येस बैंक मामले में दोनों की गिरफ्तारी की गई है. ईडी ने येस बैंक मामले में कपिल और धीरज वधावन को गिरफ्तार कर 10 दिनों की कस्टडी में भेज दिया है.

दरअसल, येस बैंक फर्जीवाड़े मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के दायरे में वधावन बंधु ईडी और सीबीआई के रडार पर हैं. जिसके बाद अब इस मामले में ईडी ने दोनों की गिरफ्तार की है. दोनों की पीएमएलए कोर्ट में पेशी हुई थी, जिसके बाद कोर्ट ने इन्हें 10 दिनों की कस्टडी में भेज दिया. इससे पहले मंगलवार को बॉम्बे हाईकोर्ट ने वधावन बंधु की जमानत याचिका खारिज कर दी थी.

दरअसल, येस बैंक मामले में सात मार्च को सीबीआई ने कपिल और धीरव वधावन के खिलाफ केस दर्ज किया था, जिसके बाद से वो फरार चल रहे थे. 17 मार्च को दोनों बंधुओं के खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी जारी किया गया था, बावजूद इसके वो कोर्ट में पेश नहीं हुए. इस बीच लॉकडाउन के बावजूद दोनों के परिवार समेत हिल स्टेशन जाने का मामला सामने आया.

लॉकडाउन का उल्लंघन

येस बैंक मामले में 26 अप्रैल को सीबीआई ने दोनों की महाबलेश्वर से गिरफ्तारी की थी. दरअसल, वधावन बंधु अप्रैल के महीने में कुछ लोगों के साथ लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए पाए गए थे. बैंक घोटालों में एजेंसियों की रडार पर चल रहे कपिल और धीरज वधावन को 21 अन्य लोगों के साथ सतारा जिले के महाबलेश्वर हिल स्टेशन में लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए पकड़ा गया था.

क्या है मामला?

बता दें कि डीएचएफएल एक हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है और कपिल वधावन इसके चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक हैं. यह कंपनी अब डूबने के कगार पर है और इसको बेचने की प्रक्रिया चल रही है. इस कंपनी पर बैंकों का करीब 40,000 करोड़ रुपये का बकाया हो गया है. कंपनी के पास पैसे नहीं हैं कि वो चुका सके. कंपनी से येस बैंक से भी पैसा लिया था.

वहीं येस बैंक के पूर्व सीईओ राणा कपूर के साथ चल रहे मामले की सीबीआई जांच में पता चला कि उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल वधावन के जरिए बिल्डर लोन की आड़ में 600 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था.

Arun Mishra

Arun Mishra

Sub-Editor of Special Coverage News

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