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एक थाना ऐसा भी जहां है प्रेत-आत्माओं का कब्जा, जिंदा नहीं बचा कोई भी कैदी
Vikas Kumar
15 May 2017 8:00 AM GMT
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नई दिल्ली : आपने आज तक यही सुना होगा की थाने में या तो पुलिस वाले होते है या फिर मुजरिम। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे थाने के बारे में बता रहे है, जहां पर न पुलिस वाले रहते है और न ही मुजरिम, उस थाने पर है प्रेत-आत्माओं का कब्जा। जी हां, उस थाने में जिंदा नहीं बचा कोई भी कैदी।
आजकल विज्ञान इतनी तरक्की पर तरक्की कर रहा है लेकिन आज के समय में ऐसे भी कई लोग है जो आज भी अंधविश्वास पर भरोसा करते है। एक ऐसा ही मामला सहारनपुर के पुलिस स्टेशन के थाने का हुआ है। बताया जाता है इस थाने में पुलिस वाले किसी भी मुजरिम को बंद नहीं करते है। लोगों का मानना है कि इस थाने में प्रेत-आत्माओं का वास है। जो भी रात को इस थाने में ठहरता है उसकी सुबह नहीं होती। कई मुजरिमों की इस थाने में मौत हो चुकी है।
यहां के स्थानीय लोगों के अनुसार, इस थाने के निर्माण के बाद जो भी यहां रुका है वों सुबह जिंदा नहीं मिला। इस थाने का निर्माण 1980 में हुआ था। छत डालने के दौरान अचानक से सारा मलबा नीचे गिर गया, जिसमें कई मजदूर दब गये। 3 मजदूरों की मौत भी हो गई। इसके बाद से कई ऐसी घटनायें हुई जो जिसने इस थाने को डरावना बना दिया। अब लोग इस थाने को भुतहा बना दिया। इसके चलते कई पुलिसकर्मियों को भी अपनी वर्दी से हाथ धोना पडा है।
अभी का हालात ये हैं कि इस लॉकअप में किसी भी कैदी को रखा नहीं जाता, यहां तक की किसी दूसरे लॉकअप में भी कैदी को अकेला नहीं छोड़ते। कई कैदियों के मौत के बाद से अभी कैदी ही नहीं पुलिस वालों के मन में ये डर और अंधविश्वास बैठ गया है।
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