- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
- Home
- /
- मनोरंजन
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- बांसुरी की सुरीली तान...
लाइफ स्टाइल
बांसुरी की सुरीली तान से बना 'इंडियाज गॉट टैलेंट' का विजेता सुलेमान
Special Coverage News
10 July 2016 4:15 PM IST
x
13 साल का सुलेमान जब बांसुरी की तान छेड़ता है तो सुनने वाला हर कोई मंत्रमुग्ध रह जाता है। इसी हुनर की बदौलत सुलेमान ने शनिवार को इंडियाज गॉट टैलेंट के सातवें संस्करण का खिताब अपने नाम कर लिया। इस उपलब्धि के लिए उन्हें 50 लाख रुपये नकद, मारुति सुजूकी सेलेरियो और विशेष आकृति में तैयार ट्राफी प्रदान की गई है। ट्राफी मिलते ही उसके पापा की आँखों में ख़ुशी के आंसू आ गये।
ट्राफी पर निर्णायक मंडल के सदस्य किरण खेर, मलाइका अरोड़ा खान और करण जौहर के हस्ताक्षर भी हैं। अमृतसर के कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल के छात्र सुलेमान प्रसिद्ध बांसुरी वादक हरिप्रसाद चौरसिया के शिष्य हैं। मेरे पापा का सपना पूरा करना मेरा उद्देश्य था जो आज पूरा हो गया।
जीत के बाद सुलेमान ने कहा, "इंडियाज गॉट टैलेंट का विजेता बनना मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि है। आज मेरे पिता का सपना सच हो गया है। इस शो ने मुझे मेरे हुनर को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने के लिए प्लेटफार्म उपलब्ध कराया। साथ ही मेरी प्रतिभा को और निखारने का भी अवसर दिया।" सुलेमान ने अपनी उपलब्धि के लिए पिता और सभी गुरुजनों विशेषकर पंडित हरिप्रसाद चौरसिया का आभार प्रकट किया। कहा कि इन लोगों के बिना मैं यह मुकाम हासिल नहीं कर सकता था। लेकिन फिर में अपनी जीत की ख़ुशी अपने पापा को समर्पित करता हूँ।
Special Coverage News
Next Story