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in this case India beating China make number 1
नई दिल्ली : चीन को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनिया का सबसे बड़ा दोपहिया वाहनों की बिक्री के लिहाज से बाजार बन गया है। पिछले साल देश में 1 करोड़ 77 लाख टू-वीइलर बिके, यानी प्रति दिन औसतन 48,000 से ज्यादा।
उधर, पड़ोसी देश चीन में पिछले साल कुल 1 करोड़ 68 लाख टू-वीइलर ही बिके। ये आंकड़े सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबिल मैन्युफैक्चरर्स और चाइना असोसिएशन ऑफ ऑटोमोबिल मैन्युफैक्चरर्स का हैं।
सिआम के डेप्युटी डीजी सुगतो सेन ने कहा, 'चीन का बाजार कुछ साल पहले 25 मिलियन (ढाई करोड़) या इसके आसपास के सर्वोच्च स्तर को छूने के बाद अब कमजोर पड़ने लगा है।' हालांकि, चीन इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का सबसे बड़ा बाजार बना है। इंडोनेशिया दुनिया के टू-वीइलर मार्केट में तीसरे पायदान पर धीरे-धीरे काबिज हो रहा है।
देश की दूसरी सबसे बड़ी टू-वीइलर कंपनी होंडा मोटरसाइकिल ऐंड स्कूटर इंडिया (HMSI) के सीनियर वीपी (सेल्स ऐंड मार्केटिंग) वाईएस गुलेरिया ने कहा, 'यहां लोगों की आवाजाही की जरूरत बढ़ रही है और हम दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं।' 'आने वाले वर्षों में हम करीब-करीब 9-11 प्रतिशत की दर से बढ़ेंगे।'
कर्ज के आसान विकल्पों, नए-नए एवं कमतर ईंधन की जरूरत वाले मॉडलों, बढ़ती आमदनी के साथ-साथ ई-कॉमर्स जैसे नए बिजनस मॉडलों की वजह से भी देश में दोपहिया वाहनों की बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।
देश की सबसे बड़ी टू-वीइलर कंपनी हीरो मोटोकॉर्प के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि छोटे-छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ने से दोपहिया वाहनों की मांग बढ़ी है। इंडस्ट्री के अधिकारियों के मुताबिक अगले कुछ सालों तक दोपहिया वाहनों की बाजार यूं ही बढ़ता रहेगा।
बता दे, कि देश के ग्रामीण इलाकों में आमदनी बढ़ने एवं बुनियादी ढांचे के विस्तार के अलावा महिलाएं भी दोपहिया वाहनों की बिक्री में वृद्धि की एक बड़ी वजह बनीं जिन्होंने शहरी जीवन में भागदौड़ के लिए गीयरलेस स्कूटरों की जमकर खरीदारी की।
स्कूटर मार्केट का अगुआ होंडा ने महिला खरीदारों में 35 प्रतिशत को अपनी ओर आकर्षित किया। पिछले कुछ वर्षों से चीन में टू-वीइलर मार्केट घटता जा रहा है। इसकी वजह शायद वहां कारों की बिक्री में तेज वृद्धि और बड़े-बड़े शहरों में पेट्रोल वाले दोपहिया वाहनों पर पाबंदी है।
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