Archived

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रपति उम्मिदावार को लेकर खोले पत्ते!

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रपति उम्मिदावार को लेकर खोले पत्ते!
x
अमित शाह ने किया राष्ट्रपति चुनाव पर बड़ा ऐलान
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि उनकी पार्टी सत्तारूढ़ गठबंधन की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार तय करने से पहले विपक्षी दलों के साथ विचार विमर्श करेगी। विपक्षी दल इस शीर्ष संवैधानिक पद के लिए संयुक्त प्रत्याशी खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं। भाजपा अध्यक्ष हालांकि इस बारे में सवालों को टाल गए जिसमें उनसे पूछा गया था कि क्या भाजपा इस बारे में विपक्षी दलों के साथ आमसहमति बनाने का प्रयास करेगी।

अमित शाह ने कहा, ''आमसहमति ऐसा शब्द है जिसे खूबसूरत तरीके से उपयोग में लाया जाता है। लेकिन हम सभी के साथ चर्चा करेंगे। हम विपक्ष के साथ भी बात करेंगे।'' उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस और वाममोर्चा ने कहा है कि अगर भाजपा नीत राजग हिन्दुत्व की ओर झुकाव वाले किसी उम्मीदवार को चुनेगी तब विपक्ष की ओर से धर्मनिरपेक्ष उम्मीदवार उतारा जायेगा। हालांकि सत्तारूढ़ गठबंधन इस बारे में विपक्षी दलों के रूख से अप्रभावित दिख रहा है क्योंकि राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव में संख्याबल उनके पक्ष में है।

अमित शाह ने हालांकि राष्ट्रपति पद के लिए राजग के उम्मीदवार के संभावित नामों पर कुछ भी बोलने से इंकार करते हुए कहा कि इस बारे में अभी कोई निर्णय नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, ''अभी हमने कोई नाम तय नहीं किया है। हम सबसे पहले राजग के घटक दलों के साथ चर्चा करेंगे। इसके बाद विपक्ष से चर्चा करेंगे।'' राष्ट्रपति चुनाव में इलेक्टोरल कालेज में कुल 11,04,546 वोट होते हैं और भाजपा नीत राजग दलों के मतों की संख्या करीब 5.38 लाख वोट है। राजग को वाईएसआरसीपी का समर्थन मिलने से उसने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी आंध्रप्रदेश में जगनमोहन रेड्डी की पार्टी है। टीआरएस ने भी समर्थन देने का संकेत दिया है। भाजपा को तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक के दोनों गुटों के समर्थन की उम्मीद है। राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव जुलाई में होना है।

शुक्रवार को कांग्रेस अध्‍यक्षा सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों की बैठक बुलाई थी। बैठक के बाद बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अगर राष्ट्रपति पद के लिए केंद्र सरकार द्वारा नामित उम्मीदवार विपक्ष को मंजूर नहीं हुआ, तो विपक्षी पार्टियां अपना उम्मीदवार खड़ा करेंगी। उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष को अपना उम्मीदवार खड़ा करने की नौबत आई, तो विपक्षी नेताओं द्वारा एक छोटी समिति का गठन किया जाएगा। ममता ने कहा कि विपक्ष केंद्र सरकार के उम्मीदवार पर तभी सहमति जताएगी, जब वह धर्मनिरपेक्ष तथा संविधान की मर्यादा बरकरार रखने वाला होगा।
Next Story