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बिहार में नक्सलियों से मुठभेड़ में कोबरा बटालियन के 10 जवान शहीद

Special Coverage News
19 July 2016 2:37 AM GMT
बिहार में नक्सलियों से मुठभेड़ में कोबरा बटालियन के 10 जवान शहीद
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बिहार के औरंगाबाद जिले में गया जिले के बोर्डर पर सोनदहा के जंगलों में सर्च करने गये सीआरपीएफ के जवानों और कोबरा बटालियन पर नक्सलियों ने हमला बोला. लेंडमाइन विस्फोट में कोबरा बटालियन के 10 जवान शहीद हो गये.


घटना देर रात सोमबार की है, जब कोबरा बटालियन और पुलिस की साझा कार्यवाही में तीन नक्सली मार गिराए. मारे गये तीन नक्सलियों के शवों के पास से चार AK-47, चार इन्सांस रायफल और कारतूस बरामद हुए है. इस हमले में 6 से अधिक जवान घायल भी हुए है जिन्हें मगध मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है. कुछ को इलाज के लिए पटना भेजा गया है.

रात 10 बजे तक नक्सलियों व सीआरपीएफ के जवानों के बीच मुठभेड़ जारी थी. मुठभेड़ की सूचना पर आमस थाना पहुंचे मगध डीआइजी सौरभ कुमार, एसएसपी गरिमा मलिक व अन्य पुलिस पदाधिकारी खबर लिखे जाने तक कैंप कर रहे थे. डीआइजी ने बताया कि दोनों ओर से मुठभेड़ जारी है. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों के मारे जाने व कुछ के घायल होने की सूचना है.
वहीं, जोनल आइजी नैयर हसनैन खां के भी आमस पहुंचने की सूचना मिली है. शवों व घायल जवानों को हेलीकॉप्टर (एयर एंबुलेंस) से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है. हालांकि, बारिश के कारण हेलीकॉप्टर लैंड नहीं कर पाया. रात 11 बजे तक घायलों को पहाड़ी से नीचे उतार कर लाया नहीं जा सका था. पता चला है कि एएसपी-अभियान मनोज कुमार यादव के नेतृत्व में सड़क मार्ग से घायलों व मारे गये नक्सलियों के शवों को लाने की कोशिश की जा रही है.

आमस थाने में तैनात सीआरपीएफ के डॉक्टरों की टीम को भी घटनास्थल पर ले जाने की कोशिश की जा रही थी, पर खबर लिखे जाने तक ऐसा संभव नहीं हो सका था. प्रशासन ने आमस थाने में छह एंबुलेंस व डॉक्टरों की टीम तैनात कर रखी है. बारिश व अंधेरा होने के कारण पुलिस की परेशानी बढ़ गयी है.
सोमवार की दोपहर आमस-मदनपुर के सीमावर्ती क्षेत्र स्थित जंगल-पहाड़ी में नक्सलियों की टोह में पहुंचे सीआरपीएफ, कोबरा, एसएसबी व बिहार पुलिस के जवानों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हो गयी. पता चला है कि मुठभेड़ स्थल के आसपास पहले से 30 से अधिक की संख्या में लगाये गये लैंडमाइंस व नक्सलियों की गोलीबारी का भी सामना जवानों को करना पड़ रहा है.
सोमवार की रात 11 बजे तक डीआइजी व एसएसपी घटनास्थल के पास ऑपरेशन पर लगातार नजर बनाये हुए थे और घायल जवानों व मारे गये नक्सलियों के शवों के आने का इंतजार कर रहे थे. उधर, नक्सली मुठभेड़ के मद्देनजर मगध मेडिकल कॉलेज में भी घायलों के इलाज के लिए सभी जरूरी तैयारियां की गयी हैं. मालूम हो कि सीआरपीएफ के बिहार झारखंड के तत्कालीन डीजी ने अपनी विदाई समारोह में दावा किया था कि बिहार में नक्सलियों की गतिविधियां कम हो गयी हैं. लेकिन आज की घटना ने फिर साबित किया किया है की नक्सली अभी भी हावी होने की कोशिश में लगे हुए है.
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