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बीजेपी नेता का ऐलान, नहीं लगा सकता यंहा कोई बीफ खाने पर बंदी, अब मची खलबली

बीजेपी नेता का ऐलान, नहीं लगा सकता यंहा कोई बीफ खाने पर बंदी, अब मची खलबली
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गाय पर राजनीत चर्म पर
बिकास सिंह, गुवाहाटी
मेघालय में बीजेपी नेता बर्नार्ड मराक ने सोमवार को ऐलान किया कि अगर उनकी पार्टी राज्य की सत्ता में आती है तो मीट के दाम घटाए जाएंगे, इसमें बीफ भी शामिल है। मेघालय में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। मराक का यह भी कहना था कि मेघालय में ज्यादातर बीजेपी नेता बीफ खाते हैं।

उन्होंने कहा, 'मेघालय में पार्टी के ज्यादातर नेता बीफ खाते हैं और केंद्र सरकार इसकी खपत पर पाबंदी नहीं लगा सकती है। मेघालय जैसे राज्य में बीफ पर पाबंदी लगाने का सवाल ही नहीं उठता। खास तौर पर गारो हिल्स में।'

मराक ने बताया कि मेघालय बीजेपी के नेता इस ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और पहाड़ी इलाकों के संवैधानिक प्रावधानों से भलीभांति वाकिफ हैं और राज्य में बीफ पर पाबंदी नहीं लगाई जा सकती। मराक ने आश्वस्त किया कि राज्य के लोगों को बीफ बैन के मसले पर डरने या अन्य राजनीतिक पार्टियों से प्रेरित होने की जरूरत नहीं है।

इस बीच, मणिपुर में कांग्रेस ने मवेशियों को मारने के लिए इसकी बिक्री पर पाबंदी के फैसले को देश के अल्पसंख्यक मुस्लिम और आदिवासी समुदाय के खिलाफ बताया। वबागाई से विधायक मोहम्मद फजुर रहीम ने बताया कि भारत धर्मनिरपेक्ष देश है, जहां अलग-अलग समुदाय के लोग रहते हैं, जिनकी संस्कृति और परंपराएं अलग-अलग हैं।

हालांकि, बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के इस फैसले से धर्मनिरेपक्षता पर दाग लगा है। उनके मुताबिक, यह फैसला किसी एक खास समुदाय के पक्ष में लादा गया है, जबकि कुछ अन्य समुदाय की भावनाओं को दरकिनार किया गया है। उन्होंने कहा कि यह हरकत तानाशाही कार्रवाई है।

नगालैंड में कांग्रेस ने केंद्र की बीजेपी सरकार के इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि इस कदम का मकसद कानून की आड़ में बूचड़खानों के लिए मवेशियों की बिक्री पर राष्ट्रव्यापी प्रतिबंध लगाना है, जो उनके सांप्रदायिक और विभाजनकारी एजेंडे की बेशर्म नुमाइश है। यह नगा लोगों को मंजूर नहीं होगा।

नगालैंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एनपीसीसी) मीडिया सेल ने अपने बयान में कहा कि बीजेपी-आरएसएस का गाय राजनीतिक में संलिप्त होने का मकसद 'अच्छे दिन' का वादा पूरा करने में अपनी नाकामियों को छिपाना है। कांग्रेस का यह भी कहना था कि सत्ता में तीन साल तक रहने के बाद भी प्रधानमंत्री और उनके 'भक्त' अब भी विपक्ष की तरह बर्ताव कर रहे हैं।

एनपीसीसी ने कहा कि बीजेपी सरकार सिर्फ जश्न मनाने और कांग्रेस की अगुवाई वाले यूपीए प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करन में व्यस्त है। राज्य की कांग्रेस पार्टी ने नगा पीपल्स फ्रंट (एनपीएफ) की अगुवाई वाली सरकार से भी पूरे देश में मवेशियों को मारने के लिए उनकी बिक्री पर बैन के केंद्र सरकार के फैसले को खारिज करने को कहा।

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