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यौन शोषण मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम दोषी करार, भेजे जाएंगे जेल

Arun Mishra
25 Aug 2017 9:38 AM GMT
यौन शोषण मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम दोषी करार, भेजे जाएंगे जेल
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यौन शोषण मामले में पंचकूला सीबीआई कोर्ट ने राम रहीम को दोषी करार दे दिया गया है, इस पूरे मामले में सजा का ऐलान 28 अगस्त सोमवार को किया जायेगा.

नई दिल्ली : डेरा सच्चा सौदा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम सिंह यौन शोषण मामले में पंचकूला सीबीआई कोर्ट ने अपन फैसला सुना दिया है। पंचकूला सीबीआई कोर्ट ने राम रहीम को दोषी करार दे दिया गया है।15 साल पुराने यौन शोषण के केस में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ आज सीबीआई की विशेष अदालत ने फैसला सुनाया है।

दोषी करार दिए जाने के बाद गुरमीत राम रहीम सिंह को हिरासत में लिया गया है। इस पूरे मामले में सजा का ऐलान 28 अगस्त सोमवार को किया जायेगा। सूत्रों के मुताबिक, राम रहीम को अम्बाला जेल में रखा जा सकता है।


इससे पहले, डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम सिरसा से पंचकूला कोर्ट के लिए 400 गाड़ियों के काफिले के साथकोर्ट आये थे। फैसला आने से पहले हरियाणा-पंजाब में डेरा सच्चा सौदा के लाखों समर्थक पंचकूला में डेरा डंडा डाल दिए हैं। बिगड़ते हालात को देखते हुए सेना ने मोर्चा संभाल लिया है और 72 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। इधर बाबा ने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है।हरियाणा के सिरसा में गुरुवार रात से हालात बिगड़ने की स्थिति को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है। पंचकूला में हालात को देखते हुए रोडवेज ने कई रूट्स की बसें बंद कर दीं हैं रेलवे ने भी हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और राजस्थान जाने वाली करीब 72 ट्रेनों को रद्द कर दिया है।

इस मामले में डेरा समर्थकों की धमकी के बाद हाईकोर्ट ने एक पिटीशन पर सुनवाई करते हुए केंद्र और राज्य सरकार को लताड़ लगाई। इस दौरान कोर्ट ने राम रहीम के वकील से कहा, 'डेरा समर्थकों को पंचकूला से वापसी के लिए कहा जाए।' पुलिस और सिक्योरिटी फोर्स ने डेरा समर्थकों को खदेड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। डेरा समर्थकों को हर हाल में पंचकूला छोड़ने के लिए कहा जा रहा है।

क्या है पूरा मामला, यहां समझें -
अप्रैल 2002-
राम रहीम की अनुयायी एक साध्वी ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को एक शिकायत भेजी थी। साध्वी ने शिकायत में राम रहीम पर यौन शोषण का आरोप लगाया था।
मई 2002- शिकायती पत्र को तस्दीक करने की जांच का जिम्मा सिरसा के सेशन जज को सौंपा गया।
दिसंबर 2002- शिकायत सही पाए जाने के बाद राम रहीम के खिलाफ धारा 376, 506 और 509 के तहत केस दर्ज किया गया था।
दिसंबर 2003- इस केस की जांच सीबीआई को सौंपी गई। जांच अधिकारी सतीश डागर ने केस की जांच शुरू की और साल 2005-2006 में उस साध्वी को ढूंढ निकाला, जिसका यौन शोषण हुआ था।
जुलाई 2007- सीबीआई ने केस की जांच पूरी कर अंबाला सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। अंबाला से केस की सुनवाई पंचकूला शिफ्ट कर दी गई. चार्जशीट के मुताबिक, डेरे में 1999 और 2001 में कुछ और साध्वियों का भी यौन शोषण हुआ, लेकिन वे मिल नहीं सकीं।
अगस्त 2008- केस का ट्रायल शुरू हुआ और डेरा प्रमुख राम रहीम के खिलाफ आरोप तय किए गए।
साल 2011 से 2016- केस का ट्रायल चला। डेरा प्रमुख राम रहीम की ओर से वकील लगातार जिरह करते नजर आए।
जुलाई 2016- केस की सुनवाई के दौरान 52 गवाह पेश किए गए, इनमें 15 प्रॉसिक्यूशन और 37 डिफेंस के थे।
जून 2017- कोर्ट ने डेरा प्रमुख के विदेश जाने पर रोक लगा दी।
25 जुलाई 2017- सीबीआई कोर्ट ने इस मामले में हर रोज सुनवाई करने के निर्देश दिए ताकि जल्द फैसला सुनाया जा सके।
17 अगस्त 2017- दोनों पक्षों की ओर से चल रही जिरह खत्म हुई और फैसले के लिए 25 अगस्त की तारीख तय की गई।

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