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बीजेपी का मुस्लिम प्रेम फेल, सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त, नहीं चली तीन तलाक, बीजेपी हैरान
मुंबई: उत्तर प्रदेश में मुस्लिम उम्मीदवारों से तौबा करने वाली भारतीय जनता पार्टी का मालेगांव नगर निगम चुनाव में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार जीत न सका। भाजपा ने मालेगांव में सर्वाधिक 27 उम्मीदवार उतारे थे। बीजेपी नगर निगम में आधा सैकड़ा उम्मीदवार उतार कर सभी दलों को चौंका दिया था।
नतीजों पर हारी हुई भाजपा की उम्मीदवार शाहीन सय्यद ने कहा कि चुनाव लड़ने का तरीका दूसरों से अलग है। लेकिन इस बार भाजपा का झंडा गाड़ दिया है और अगली बार भाजपा यहां से जरूर जीतेगी। हालांकि बीजेपी ने यहां 7 वार्डों में जीत हासिल की है। बीजेपी के लिए पिछले चुनावों में यहां बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिली थी। इसलिए इन सात सीटों को ही बीजेपी अपनी बड़ी जीत मानकर चल रही है।
महाराष्ट्र के भिवंडी और मालेगांव, मुस्लिम बहुल इलाकों के नगर निगम में जीत कांग्रेस के नाम रही। पार्टी ने यहा अपने दम पर बहुमत हासिल किया है। मालेगांव के कांग्रेस विधायक आसिफ शेख ने कहा कि यह सबका साथ सबका विकास इस नारे की हार का नतीजा है। कांग्रेस ने यहां 84 वार्डों में से 28 सीटें जीती हैं।
जबकि शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के खाते में 20 सीटें ही आई हैं। भिवंडी में भाजपा के निशान पर 4 मुस्लिम उम्मीदवार जीते हैं। यहां 22 मुस्लिम उम्मीदवार कमल के निशान पर चुनाव लड़े थे।
बीजेपी का मुस्लिम प्रेम , तीन तलाक , उलेमा का ऐलान सब कुछ फेल हो गया। जब सभी उम्मीदवार की जमानत जब्त हो गई। लोकल चुनाव में पार्टी के साथ साथ उम्मीदवार की छवि का पूरा असर होता है। बीजेपी का मुस्लिम प्रेम का क्या होगा हश्र यह तो आने वाला समय बताएगा।