एसएसपी के नकारापन से मथुरा में चली गई 24 की जान, अब हुए सस्पेंड
लखनऊ
अगर मथुरा का प्रशासन जरा भी चुस्त होता तो एक काबिल एसपी और बहादुर इंस्पेक्टर समेत 24 लोगों को अपनी जान से हाथ नहीं धोना पड़ता। इतनी बड़ी लापरवाही के बावजूद अभी तक एसएसपी को सस्पेंड न करना भी चर्चा का विषय बना हुआ है। मथुरा में आज भी कफ्र्यू जैसे हालात हैं और आस-पास के कई जिलों की पुलिस मथुरा बुला ली गई है। सीएम अखिलेश यादव ने मृतक पुलिसकर्मियों के परिजनों को 20 लाख की धनराशि देने की घोषणा की है। सीएम ने मथुरा घटना पर कड़े तेवर दिखाते हुए कहा है कि यह घटना पूरी तरह पुलिस लापरवाही का नतीजा है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस घटना की कड़ी निन्दा करते हुए सरकार से इस्तीफा मांगा है तो भाजपा के राष्टï्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपनी पार्टी के नेताओं से पूरे मामले में रिपोर्ट मांगी है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी सीएम से मामले की जानकारी मांगी और पर्याप्त फोर्स देने की बात कहीं। प्रसाशन ने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह को सस्पेंड कर दिया।
मथुरा में जिस जगह को खाली कराने के लिए कल हंगामा हुआ वहां की जानकारी पहले जुटाने की अफसरों ने जरूरत नहीं समझी। अगर जवाहर बाग के चारो तरफ घेराबंदी करके इस जगह का राशन पानी बंद कर दिया जाता तो वहां मौजूद लोगों को बाहर आना पड़ता और यह दुखद हादसा नहीं होता, मगर मथुरा की घटना देखकर लगता है कि मानो प्रशासन के विवेक ने अपना काम करना बंद कर दिया था।
मथुरा में इन सत्याग्रहियों का नेतृत्व रामवृक्ष यादव कर रहा था जो पहले बाबा जयगुरूदेव के आश्रम से जुड़ा था। बताया जाता है कि जयगुरूदेव आश्रम के पास हजारो करोड़ की संपत्ति है और बाबा जयगुरू देव की मौत के बाद इस संपत्ति को हड़पने के लिए कई बड़े लोगों की निगाह लगी हुई थी और कल की घटना का मुख्य अभियुक्त रामवृक्ष यादव इस संपत्ति को अपनी ताकत बनाकर दांव लगाना चाहता था।
मथुरा के जिला प्रशासन ने इस बात की जरूरत भी नहीं समझी कि वह बड़ी संख्या में पुलिस बल इक_ïा करके तब जवाहर बाग पर कार्रवाई के लिए जाते। यहीं नहीं जब एसपी मुकुल द्विवेदी और इंस्पेक्टर संतोष यादव को गोली लग गई तो प्रशासन के बड़े अफसर वहां से भाग खड़े हुए।
दोषियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
सीएम अखिलेश यादव ने कहा है कि श्री मुकुल द्विवेदी और श्री संतोष यादव राष्टï्र की सेवा करते हुए शहीद हुए हैं, उनका बलिदान हमेशा याद किया जायेगा। सरकार शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों साथ है और उन्हें बीस लाख की सहायता राशि दी जा रही है। इस घटना में जो भी दोषी होगा उसकी तत्काल गिरफ्तारी करके उसके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी
शूटिंग में व्यस्त सांसद हेमा को अमित शाह ने फटकारा
क्षेत्र की जनता संगीनों के साये में दहशत में जी रही है। मगर मथुरा की सांसद हेमामालिनी ने अभी तक मथुरा आने की जरूरत महसूस नहीं की है। सांसद हेमा मालिनी शूटिंग में व्यस्त हैं और उन्होंने ट्विटर पर शूटिंग के फोटो डाले हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने हेमामालिनी को फटकारते हुए तुरंत मथुरा पहुंचने के निर्देश दिए हैं। हेमामालिनी के अभी तक मथुरा न पहुंचने से वहां के लोग बेहद नाराज हैं। भाजपा को लग रहा है कि इस तरह की चूक उन्हें भारी पड़ सकती है।
सरकार दे इस्तीफा: मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने मथुरा में हुई घटना की कड़े शब्दों में निन्दा की है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार पर कानून व्यवस्था को संभालने में असफल रहने का आरोप लगाया और सीएम से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने राज्य सरकार से पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच करवाने की मांग भी की है। उन्होंने कहा है कि यूपी में जंगलराज कायम हो गया है और किसी को भी कानून का डर नहीं है। पुलिस पर हो रहे हमले इसका उदाहरण है।
भारी मात्रा में मिले हथियार: डीजीपी
डीजीपी जावीद अहमद सीएम की नाराजगी के बाद मथुरा पहुंचे जरूर मगर वह बेहद खींझे हुए थे। पत्रकारों के जवाब पर भी वह उखड़े-उखड़े नजर आए। पुलिस को सर्च अभियान में भारी मत्रा में असलहा और गोला बारूद मिला है। फिलहाल जमीन को खाली करा लिया गया है। इसमें 24 उपद्रवी जान गंवा चुके हैं। इसमें एक महिला और अन्य पुरुष शामिल हैं। दो पुलिस कर्मियों की मौत हुई है। 23 पुलिस कर्मी अस्पताल में भर्ती हैं। जो लोग भी घटना में शामिल हैं, उनके खिलाफ एनएसए लगाया जायेगा।
लापरवाही के चलते फिरोजाबाद में सस्पेंड हुए थे एसपी राकेश सिंह
मथुरा के एसएसपी राकेश सिंह पहले भी फिरोजाबाद में जमीनी विवाद में हत्या के बाद हुए हंगामे के बाद निलबिंत किए गए थे। होना यह चाहिए कि इस तरह के लापरवाह अफसरों को दुबारा चार्ज नहीं देना चाहिए, मगर वह प्रोफेसर रामगोपाल यादव के दरबार में हाजिरी लगाते रहे और मथुरा जैसे संवदेनशील जिले में तैनाती पा गए।