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पंजाब के मुख्यमंत्री कर दिया शहीद परिवार के साथ ऐसा नहीं किया किसी सीएम ने कभी

पंजाब के मुख्यमंत्री कर दिया शहीद परिवार के साथ ऐसा नहीं किया किसी सीएम ने कभी
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Meeting with the family of Shaheed JCO Paramjeet Singh
तरनतारन: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तरन तारन के शहीद हुये सैनिक जे सीओ परमजीत सिंह की बड़ी पुत्री को पुलिस में नौकरी देने और बेटे के लिए नौकरी आरक्षित रखने की घोषणा की है। यह घोषणा उन्होंने आज वेईपुई गांव में शहीद के परिवार के घर जाने के दौरान किया।

शोक संतप्त परिवार को हर संभव सहायता प्रदान करने का एलान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राष्ट्र के लिये अपनी जान न्यौछावर करने वाले प्रत्येक फोर्स के प्रत्येक पंजाबी को मुआवजा देने के लिये नियमबद्ध व्यापक नीति शीघ्र ही मंत्रिमंडल के समक्ष रखेगी।

शहीद परमजीत सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुये, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सरकार शहीद परिवार के आश्रितों के लिये पहले ही घोषित किये गये मुआवजे के अतिरिक्त परिवार द्वारा सरकार से की गई मांग के अनुसार शहीद के दो बड़े बच्चों को नौकरी दी जायेगी।

कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने शहीद के परिवार को े 12 लाख रुपये की कुल राशि की घोषणा की थी जिसमे शहीद नायब सूबेदार परमजीत सिंह की पत्नी और बच्चों को 5 लाख रुपये और इतनी ही राशि का पलाट जबकि शहीद के माता-पिता को दो लाख रुपये देना शामिल है।

इसके अतिरिक्त स्थानीय सरकारी रेस्ट हाउस का नाम नायब सूबेदार परमजीत सिंह के नाम पर रखने के लिये एक लाख रुपये देने की घोषणा की गई। मुख्यमंत्री ने आज इस क्षेत्र के स्कूल और स्टेडियम का नाम भी शहीद परमजीत सिंह के नाम पर रखने की भी घोषणा की ।

अमृतसर के सांसद, गुरजीत सिंह औजला ने एलान किया है कि वह शहीद सैनिक की दूसरी पुत्री को अपनायेंगे जिसकी बड़ी पुत्री 16 वर्षीय सिमरणदीप कौर को भी हिमाचल प्रदेश के आई ए एस-आईपी एस कॅपल द्वारा अडॉप्ट करने की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री ने पत्रकारों को बताया कि सिमरनजीत कौर और 12 वर्ष का पुत्र साहिलदीप सिंह दोनो को अपनी पढ़ाई संपूर्ण कर लेने के बाद सरकार द्वारा नौकरी मुहैया करवाई जायेगी। यह पूछे जाने पर की इससे शहीद के तीसरे बच्चे से भेदभाव नही होगा तो मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार के प्रत्येक सदस्य को व्यक्तिगत आधार पर मुआवजा देना संभव नही है परंतु उन्होंने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि परिवार के साथ सरकार द्वारा किये सभी वायदे उनकी सरकार द्वारा पूरे किये जायेंगे और यदि जरूरत हुई तो और भी सहायता दी जायेगी।

एक प्रशन के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले व्यक्तियों की सुरक्षा के लिये कुछ भी नही कर रही। इसी प्रकार की घिनौनी कार्रवाईयों विरूद्ध कठोर कार्रवाई किये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि एक बार कार्रवाई होती है तो भारत को इसके जवाब में तीन बार कार्रवाई करनी चाहिए।

मुख्यमंत्री के साथ उनके मंत्रिमंडल सहयोगी राणा गुरजीत सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़, मुख्यमंत्री के वरिष्ट सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल टी एस शेरगिल, मीडिया सलाहकार मुख्यमंत्री रवीन ठुकराल, स्थानीय विधायक डा. धरमबीर अग्निहोत्री, खडूर साहिब के विधायक रमनजीत सिंह सिक्की, पट्टी के विधायक हर्मिंदर सिंह गिल और वलटोहा के विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर शामिल हैं।
व्यूरो पंजाब एच एम् त्रिखा
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