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भारत के हाफिज सईद के आगे देश बेबस

Majid Khan
25 Aug 2017 11:56 AM IST
भारत के हाफिज सईद के आगे देश बेबस
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India is ahead of Hafiz Saeed of India

जब देश पडोसी देश चीन से लड़ने को तैयार हो रहा है ऐसे में गुरु राम रहीम के समर्थको के सामने सरकार के बेबसी बहुत चिंता का विषय है. जिस प्रकार लोगो ने हरियाणा में व्यवस्था को बंधक बनाया है और हरियाणा सरकार को सेना तक की मदद लेनी पड़ रही है बहुत अचंभित करने वाली बात है. किस प्रकार एक पूरा इलाक़ा ेल गुरु समर्तकों के आतंक के साये में है बहुत अफ़सोस की बात है. हम भारतवासी किस मुँह से पाकिस्तान में हाफिज सईद के रुतबे को लेकर उस देश को आलोचना का निशाना बना सकते हैं.

सरकार ने आतंक के सामने घटने टेके

जो अब हरियाणा में हो रहा है वह बिलकुल ऐसे ही नहीं हैं जैसे पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद पकिस्तान में बड़ी बड़ी रैलियां करके भारत के खिलफ ज़हर उगलता है. लेकिन यहाँ तो गुरु राम रहीम देश को आतंक के साये में इसलिए झोंक रहे हैं क्योंकि वह एक योन शोषण मामले में आज एक फैसला आना है.

हरियाणा की भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार की तरफ से कुछ तसल्लीबख्श बयांन नहीं दे पा रहे हैं क्योंकि लगता है की मोदी सरकार के पास हिन्दू समाज को राहत देने के लिए कोई योजना ही नहीं है. जो भाजपा सरकारें हिंदुत्व और हिंदुओ के उत्थान की क़समें खाकर सत्ता क़ब्ज़ाती रही हैं उनके लिए सिर्फ मुस्लिम महिलाओ को अधिकार दिलवाना ही देश के सबसे बड़ी योजना है सबसे बड़ा कार्यक्रम है. बाढ़ में हिन्दुओ को कितना ही नुक्सान हो जाये, ख़ुदकुशी करने वाले ज़्यादातर किसानो में हिन्दुओ की संख्या ही ज़्यादा होती है लेकिन मोदी सरकार को इनके बारे में सोचने का वक़्त ही नहीं है.


इतना सब करने की जगह डेरा सच्चा सौदा को ही पंजाब और हरियाणा सौंप देना चाहिए था. वैसे भी इन प्रेमियों ने दो राज्य को डेरा में बदल ही दिया है. ये लोग चला लेते जैसे अभी चला रहे हैं। डेरा के आशीर्वाद से ही तो विधायक जीतते हैं जिससे सरकार बनती है। बाबा आराम से दोनों राज्य के मुख्यमंत्री बन सकते हैं. महत्वपूर्ण दलों के किसी बड़े नेता ने इनकी निंदा की है क्या? कौन करेगा?

लोकसभा और विधानसभा का चुनाव साथ हो गया तो एक साथ जाने कितने उम्मीदवारों को डेरा ले जाने की ज़रूरत होगी. इसलिए शांति की अपील करते हुए सेना, अर्ध सैनिक बलों की तैनाती ही उत्तम रास्ता है. बस प्रतिष्ठा बचाने के लिए इतनी मेहरबानी कर दें कि जितने सैनिक चीन सीमा के पास डोकलाम में तैनात हैं, उससे तीस चालीस सैनिक कम हरियाणा पंजाब में तैनात किए जाएँ। इससे चीन का ईगो आहत नहीं होगा. डेरा बाबा से मेरी मामूली शिकायत है कि उनके भक्तों ने दूसरे वाले के भक्तों को कंफ्यूज़ क्यों कर दिया है! कोई ललकार नहीं पा रहा है.

हरियाणा के हालात इतने खराब हैं की सड़को से लेकर घरो तक आतंक ही आंतक है, लेकिन सरकार की बेबसी को देख कर बहुत अफ़सोस हो रहा हैः९म की देश में इतनी अराजकता भी हो सकती है पुलिस भी लाचार नज़र आये. हिंदी समाज को गम्भीरता बसे विचार करना होगा की भाजपा सरकारें अराजकता फैलाने के लिओए ही बनायीं जाती हैं.


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