
मुसलमानों को रमज़ान की मुबारकबाद देना सपा सरकार में जुर्म - सलीम ख़ान

रामपुर दानिश खान
मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लिमीन के ज़िला अध्यक्ष ने अपने बयान में कहा की उनके खिलाफ़ नगर पालिका की संपत्ति का नुकसान पहुँचाने का आरोप और मुक़दमा राजनीतीक द्वेष से प्रेरित है। समाजवादी पार्टी एमआईएम की लोकप्रियता से ख़ौफ़ज़दा है इसलिए ही एमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष को उत्तर प्रदेश में जनसभा की अनुमति नहीं दे रही है और एमआईएम के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों पर साज़िश के तहत झूठे मुक़दमों में फँसा रही है।
एमआईएम के जिलाध्यक्ष सलीम ख़ान ने कहा की अगर समाजवादी पार्टी या प्रदेश सरकार ये समझती है के इन हरकतों से एमआईएम कार्यकर्त्ता डर जायेंगे तो ये ग़लत है, हम हक़ के रास्ते पर हैं और हक़ की लड़ाई लड़ रहे हैं और हर क़ुरबानी देने को तैयार हैं। सलीम ख़ान ने कहा की जिस खम्बे पर एमआईएम का पोस्टर समर्थक द्वारा लगा दिए जाने पर मेरे ऊपर मुक़दमा दर्ज किया गया है उस पर हिन्दू संगठनो की ओर से होली और नवरात्र की बधाई भी मौजूद है तथा और भी कई लोगो के होर्डिंग लगे हैं। इस खम्बे पर भाजपा के पूर्व प्रत्याशी के डिग्री कॉलेज का होर्डिंग भी लगा है तो राष्ट्रीय क्रांति पार्टी के पूर्व प्रत्याशी की ओर से होर्डिंग लगाई गई है। उन पर नगर पालिका ने क्या कार्यवाही करी ये सोचने वाली बात है। यही इंसाफ़ है मुसलमानो के साथ सपा सरकार में।
एमआईएम जिलाध्यक्ष सलीम ख़ान ने कहा की ऐसा लगता है की मुसलमानो की हमदर्दी का ढोंग रचने वाली समाजवादी पार्टी को मुक़द्दस और पाक महीने रमज़ान आर ईद की मुबारकबाद बर्दाश्त नहीं हुई जबकि उसी हाई मास्क लाइट पर होली और नवरात्र की बधाई लगी हुई है लेकिन निशाना सिर्फ एमआईएम को बनाया गया। क्या ये मुसलमानो से इन्साफ़ है।
सलीम ख़ान ने अपनी बात एक शेर के साथ ख़त्म की,
जालिमो की भीड़ चाहे जितनी हो जो हक़ परस्त हैं, तादाद से नहीं डरते
जिनके दिल में शरीयत का नूर बसता है, वो किसी फिरौन और शद्दाद से नहीं डरते