- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
सत्येंद्र जैन की बेटी को स्वास्थ्य विभाग में मिला अहम पद, बढ़ा बवाल
Special Coverage News
13 July 2016 1:35 PM GMT
x
नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने अपनी बेटी को मोहल्ला क्लिनिक प्रोजेक्ट का सलाहकार बनाया है। जैन की बेटी की नियुक्ति बड़े ही गोपनीय तरीके से की गई है। अब ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस इस पर सवाल उठा रही हैं।
दिल्ली सचिवालय की नौंवी मंजिल पर बने ऑफिस से दिल्ली के करीब ढाई सौ मोहल्ला क्लिनिक का संचालन किया जाता है। अब यहां से बतौर सलाहकार और इंचार्ज के तौर पर स्वास्थ्य मंत्री की बेटी सौम्या जैन सभी मोहल्ला क्लीनिकों का संचालन करेगी। सौम्या पेशे से आर्किटेक्ट हैं। सौम्या की इस नियुक्ति ने नया विवाद खड़ा करने का नया मुद्दा दे दिया है।
इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने सफाई देते हुए कहा कि उनकी बेटी स्वैच्छिक तौर पर काम कर रही है। इसके लिए सरकार की ओर से कोई भुगतान नहीं किया जा रहा है। दिल्ली में एक हजार मोहल्ला क्लिनिक बनाए जाने का प्लान हैं। इसलिए इस पद को काफी अहम माना जा रहा है। अब विपक्षियों का सवाल हैं कि सरकार को मोहल्ला क्लिनिक के सलाहकार के तौर पर एक मंत्रीजी की ही बेटी क्यों दिखी।
दिल्ली सरकार पर पहले भी आरोप लगते रहे हैं कि वह अपने कार्यकर्ताओं को अहम पदों पर काबिज कर रही है।
Special Coverage News
Next Story