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मथुरा काण्ड के जांच को लिखी UNO को चिठ्ठी, यूपी के माननीयों की हालत पतली

Special Coverage News
8 Jun 2016 7:44 PM IST
मथुरा काण्ड के जांच को लिखी UNO को चिठ्ठी, यूपी के माननीयों की हालत पतली
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रामपुर

मथुरा कांड पर रामपुर के दानिश खान ने संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जाँच न्यायिक की मांग की है. इसके लिए उनोहने बाकायदा यूएनओ को पत्र द्वारा अवगत कराया है. उनके द्वारा लिखी चिठ्ठी का हाल कुछ इस तरह है.


सेवा में,

महासचिव संयुक्त राष्ट्र संघ अमेरिका द्वारा यू एन रेजिडेंस कोऑर्डिनेटर ऑफिस लोधी स्टेट


नई दिल्ली

भारत

विषय- मथुरा की घटना की संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जाँच न्यायिक विषयक

महोदय,


कृपया मथुरा के जवाहर बाग़ में घटी घटना का सन्दर्भ ग्रहण करें जिसमे दो पुलिस वालों के साथ कई नागरिकों की मौत हुई है. भले ही यह घटना दिनांक 02/06/2016 को घटी हो पर इसकी उत्पत्ति फ़रवरी 2014 में ही हो गयी थी जब जवाहर बाग़ पर अवैध कब्ज़ा कर लिया गया था. जाहिर है जिस मामले में इतनी बड़ी घटना हुई, दो पुलिसवाले, तमाम नागरिक मारे गए, उसे अधूरा नहीं छोड़ा जा सकता है. यह भी आवश्यक है कि इसके पूरे तह तक जाया जाए. अतः मेरा आपसे अनुरोध है कि जवाहर बाग़ के प्रारंभिक कब्ज़ा होने से ले कर इस घटना की अंतिम परिणति तक की घटना का सत्य और तथ्य सामने लाने के लिए निम्न दो कार्यवाही किये जाने की के संभव नहीं था यह भी स्पष्ट है कि प्रशासनिक मिलीभगत के पीछे या तो पैसा होता है या राजनैतिक दवाब. इ

स मामले में प्राथमिक तौर पर राजनैतिक दवाब (श्री राम गोपाल और श्री शिवपाल के स्तर पर) की बात अधिक चर्चा में है जो प्राथमिक स्तर पर ज्यादा सही भी प्रतीत होती है पुलिस का दावा है कि जवाहर बाग में भड़की हिंसा में रामवृक्ष की मौत हो गई है, जिसकी तस्वीरें पुलिस ने मीडिया को दी थीं। अगर देखा जाए तो पुलिस द्वारा दी गई मृत राम वृक्ष की तस्वीर और जिंदा रामवृक्ष की तस्वीर में अंतर नजर आया है। रामवृक्ष यादव का अगर जिंदा फोटो देखें तो उसका चेहरा लंबा था और सिर के बाल कुछ कम थे, लेकिन मृत रामवृक्ष के फोटो में चेहरा गोल और सिर पर बाल ज्यादा थे। इसका डीएनए टेस्ट होना चाहिये ये मरा नहीं होगा अपने कुकर्मों को छुपाने के लिए ये सपा सरकार का एक षड्यंत्र है


मथुरा कांड के प्रमुख रामवृक्ष यादव की जो हत्या की न्यूज़ है वह सिर्फ एक काल्पनिक हैं इसमें शिवपाल यादव की एहम भूमिका है किसी लावारिस लाश को किसी मोर्चरी से लाकर यह दर्शाया जा रहा ही की पुलिस एनकाउंटर में रामवृक्ष यादव मारा गया सच बात तो है की न कोई पुलिस मुठभेड़ हुई है न किसी का एनकाउंटर हुआ है उसको इंडिया से बाहर भेजा जा चूका हैं इस पुरे प्रकरण की जाँच संयुक्त राष्ट्र संघ से होना चाहिए ताकि दूध का धुंद पानी का पानी हो जाये.

पत्रांक न0 DK/mathura/16/2016 दिनांक 08/06/2016 दानिश खान सोशल एक्टिविस्ट निवास मॉडल कालोनी शान मैरिज हॉल नादर बाग़ रामपुर उत्तर प्रदेश मोबाइल न0 9458044777

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