सपा का प्रदेश से और भाजपा का केंद्र से होगा पलायन - सलीम ख़ान
रामपुर दानिश खान
कैराना में हो रहे पलायन को लेकर जो बीजेपी और सपा हो हल्ला मचा रहे हैं. उससे उत्तर प्रदेश में मुसलमानो को निशाने पर लिया जा रहा है और डर का माहौल पैदा किया जा रहा है और सीधा निशाना और कसूरवार मुसलमानो को बनाया जा रहा है।
मुज़फ्फरनगर दंगों में लाखों मुसलमानों की ज़िन्दगी दाँव पर लग गई और हज़ारों मुसलमान अपना घर, ज़मीन और जायज़ाद छोड़कर भागने पर मजबूर हुए और सर्द रातों में केम्पों में रहे। कितने मासूम भूख से तड़प तड़प के मर गए और सैकड़ो कंपकपाती ठण्ड में अपनी जुबां तक न खोल सके और उनकी चीखे उनके मुँह में ही बर्फ की तरह जम गईं। सैकड़ों बहनों की इज्ज़तों को लूटा गया और न जाने कितनी ही ग़ायब हैं जिनका आज तक पता ही नहीं चला। परिवार वालो के सामने ही मासूम लड़कियों की इज़्ज़त तार तार कर दी गई लेकिन कोई इन्साफ मुसलमानों को नहीं मिल सका।
मुज़फ्फरनगर का मुसलमान आज भी अपना घर बार छोड़ कर कैम्पों में ज़िल्लत और रुस्वाई की ज़िन्दगी गुज़ार रहा है लेकिन अपने आप को सेकुलर कहने वाली और उत्तर प्रदेश में सालों तक शासन करने वाली किसी भी सियासी पार्टी ने उनकी मदद को हाथ नहीं बढ़ाया। असल पलायन तो दादरी में मुसलमानो का कराया गया जब अख़लाक़ सैफ़ी को दर्दनाक और खौफ़नाक मौत इन आरएसएस, बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद् और भाजपा के गुंडों ने सरकार के साथ मिलकर दी और मुसलमानों को ज़लील और रुस्वा किया गया। किसी ने ये जाकर देखा के दादरी में अब कितने मुसलमान बचे है और कितने पलायन कर गए।
मुलायम सिंह खुद कह चुके हैं के अगर नरेंद्र मोदी कहे तो वो अख़लाक़ को मारने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं के नाम बता सकते हैं। मुसलमानों पर ज़ुल्म सपा और भाजपा की मिलीभगत से हो रहें हैं और इन दोनों पार्टियों की नूरा कुश्ती जारी है। आने वाले वक़्त में ये तो तय है की सपा का उत्तर प्रदेश से और बीजेपी का केन्द्र से पलायन ज़रूर होगा।