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योगी बोले- गोरखपुर हादसे पर मुझसे ज्यादा संवेदनशील कौन, दोषियों को ऐसी सजा मिलेगी कि मिसाल बनेगी
Arun Mishra
13 Aug 2017 4:11 PM IST
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मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मुझसे ज्यादा संवेदनाएं किसके पास है। मैने सड़क से संसद तक इंसेफ्लाइटिस की जंग की है..
गोरखपुर : बाबा राघव दास (BRD) मेडिकल कॉलेज में 64 मरीजों की मौतों के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा आज गोरखपुर पहुंचे। उनके साथ यूपी के मेडिकल एजुकेशन मिनिस्टर आशुतोष टंडन भी रहे। इस घटना पर केंद्र ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हरसंभव मदद की बात कही है। घटना की जांच जरूरी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान योगी भावुक हो गए।
मुझसे ज्यादा संवेदनशील कौन : योगी
मेडिकल कालेज के वार्ड का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वहां पर मीडिया से कहा कि मुझसे ज्यादा संवेदनाएं किसके पास है। मैने सड़क से संसद तक इंसेफ्लाइटिस की जंग की है। उन्होंने कहा कि चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय कमेटी मौत बाबत खुद जांच कर रही हैं। जनहानि हुई तो सख्त कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि यहां एक रिसर्च सेंटर की बहुत जरूरत है। गोरखपुर में रीजनल रिसर्च फार मेडिकल सेंटर की स्थापना होगी। इसके लिए 85 करोड़ रुपये दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की संवदेना मर चुकी है। वह राजनीति कर रही है। हम समस्या का समाधान करना चाहते हैं। इसीलिए बार-बार गोरखपुर आता हूं। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य के कई अधिकारी गोरखपुर में मौजूद हैं।
इस घटना से पीएम मोदी दुखी ?
उन्होंने न्होंने कहा कि यहां की घटना से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेहद दुखी हैं। उन्होंने हमको हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने ने ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा तथा राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल को यहां भेजा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण की जांच बहुत आवश्यक है। इस घटना से वह बहुत दुखी हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि बच्चों की मौत मामले की जांच कराई जाए।
मेडिकल कालेज पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इंसेफ्लाइटिस वार्ड के एल केबिन में गये। यहां मरीजों का हाल जाना और पूछा कि दवाएं मिल रही है या नही। डॉक्टर आपके साथ कैसा व्यवहार करते हैं। वह बालरोग वार्ड में भर्ती मरीजों के परिजनों से बात कर रहे है। ऑक्सीजन के बारे में भी जानकारी ले रहे हैं। उनका दौरा तब हुआ जब गोरखपुर मेडिकल कालेज में ऑक्सीजन ठप होने से मासूमो की मौत हो गई।
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