
यूपी में सपा सरकार में आईपीएस को झूंठे मुकद्दमे में फंसाने की जांच DG प्रवीण सिंह करेंगें!

उत्तर प्रदेश सरकार ने आईपीएस अधिकारी आईजी अमिताभ ठाकुर पर 13 मार्च 2016 को अपनी पत्नी एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर के साथ वाल्मीकि बस्ती रामपुर जा कर पूर्व मंत्री आज़म खान द्वारा वाल्मीकि बस्ती को हटवाने के प्रयासों के खिलाफ वाल्मीकि समाज को संगठित रूप से लड़ने और लोगों को भड़काने के कार्य किया. जिसके चलते उनके खिलाफ समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान रामपुर में मुकद्दमा लिखा गया.
इस आरोप में प्रारंभ की गयी विभागीय कार्यवाही में डीजी फायर सर्विस प्रवीण सिंह को जाँच अधिकारी नियुक्त किया है. अमिताभ पर आज़म खान के खिलाफ धर्म और जाति के नाम पर वाल्मीकि लोगों को भड़काने और इससे राज्य सरकार की आलोचना माने जाने का आरोप है. इसे अखिल भारतीय सेवा आचरण नियमावली के नियम 03 (आईपीएस अफसर से अपेक्षित आचरण के विपरीत) और नियम 07 (सरकार की आलोचना) माना गया है.
हाल में रामपुर पुलिस ने अमिताभ और नूतन पर इस सम्बन्ध में दर्ज कराये गए आपराधिक मुकदमे को झूठा और राजनीति से प्रेरित बताते हुए समाप्त कर दिया था. जिसके एवज में यह जाँच शुरू की गई है. इस जाँच को अब पुलिस महानिदेशक फायर सर्विस प्रवीण सिंह करेंगे. यह जनकारी अधिवक्ता नूतन ठाकुर ने दी.