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सीएम की सख्त चेतावनी के बाद भी प्रशासन निष्क्रिय क्यों है?

सीएम की सख्त चेतावनी के बाद भी प्रशासन निष्क्रिय क्यों है?
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महामहिम राज्यपाल जी संविधान के कस्टोडियन है
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनते ही कानून व्यवस्था की रोजबरोज बिगड़ती स्थिति चिंताजनक हैं। अपराधियों को जेल भेजने की चेतावनी के बाद तो अपराधों की बाढ़ सी आ गयी हैं। अपराधी बैखौफ हैं और पुलिस प्रशासन उनके आगे असहाय। भाजपा विधायक और मंत्री भी अधिकारियों को धमकाते और दबंगई दिखाने के रिकार्ड बना रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चेतावनी के बाद भी प्रशासन निष्क्रिय क्यों है? प्रशासनतंत्र पूरी तरह से संवेदनहीन है और उसे कानून व्यवस्था को सुधारने में कोई रूचि नहीं है। यूपी 100 पुलिस और एम्बूलेंस अब समय से नही पहुंचती है। घायलों का समय से इलाज नही होता है। गरीब के घरों-खेतों पर अंगोछाधारी कब्जे कर रहे हैं। यह बात समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कही।
प्रदेश में मथुरा, ग्रेटर नोएडा के जेवर क्षेत्र, वाराणसी, गोरखपुर, इलाहाबाद, लखनऊ, अमरोहा सहित रामपुर में भी हत्या, डकैती, लूट, बलात्कार जैसी संगीन ताजा घटनाएं घटीं है लेकिन उनके आरोपी कानून को चकमा दे रहे हैं। जनता इस सबसे भयभीत है।
महामहिम राज्यपाल जी संविधान के कस्टोडियन है। अब त्रस्त जनता जाये तो जाये कहाॅ ? पूर्व मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देशानुसार समाजवादी पार्टी के जिला पदाधिकारी 29 मई 2017 को प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारियों के माध्यम से राज्यपाल महोदय को संबोधित ज्ञापन देकर उनसे प्रदेश के बिगड़ते वर्तमान हालात पर हस्तक्षेप करने की माॅग करेगी।
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