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विवाद के कारण बने लाउडस्पीकर हिन्दू ने मंदिर से तो मुस्लिमों ने मस्जिद से उतारे! दी एकता की मिशाल

विवाद के कारण बने लाउडस्पीकर हिन्दू ने मंदिर से तो मुस्लिमों ने मस्जिद से उतारे! दी एकता की मिशाल
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सीओ चक्रपाणी त्रिपाठी की सूझबूझ की मिशाल

प्रदेश में मंदिर और मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर को लेकर अक्सर दो पक्ष हमेशा आमने सामने आ जाते है जिससे सम्प्रदायिक माहौल खराब हो जाता था। जिससे मुरादाबाद अछूता नहीं रहा कई बार इस तरह के विवादों से यहाँ का सम्प्रदायिक माहौल खराब हो चूका है। लेकिन ऐसा पहली बार सुना होगा की गांव वालों ने हमेशा विवाद की जड़ रहा लाउडस्पीकर को ही खत्म कर दिया।


गांव के हिन्दू मुस्लिम दोनों पक्षो ने आपसी सहमति से अपने अपने मंदिर और मस्जिद से लाउडस्पीकर उतार कर गंगा जमनी तहजीब की मिसाल कायम की है। मुरादाबाद के भगतपुर थाना के ठिरिया दान गांव जो पिछले तीन सालों से अक्सर विवादों में रहता लेकिन बार बार विवाद न हो इस बार पूरे गांव ने यह सहमति जताई कि अक्सर लाउडस्पीकर को लेकर होने वाले विवाद को यही खत्म करते है और हिन्दू और मुस्लिमो ने अपने अपने धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतार लिए और आने वाले समय में भी किसी भी धार्मिक कार्य में इसका प्रयोग वर्जित कर दिया है। दोनों पक्षो ने यह बात लिखित रूप से थाने में भी दे दी है।


गांव के दिनेश सिंह का कहना है कि हमारे मंदिर पर दो लाउड स्पीकर थे वहां 6 लगे थे हमने इसकी शिकायत की सिर्फ दो ही बजें लेकिन वो पक्ष माना नही पुलिस आयी जिसमें सहमती से फैसला हुआ कि अब मंदिर मस्जिद पर कोई लाउड स्पीकर नही बजेगा। ज़ाकिर का कहना है कि शिकायत हुई थी कि मस्जिद पर ज्यादा लाउड स्पीकर लगे हुए हैं तो आपस मे सहमति हुई कि तुम भी उतार लो मंदिर से भी लाउड स्पीकर उतर जाएंगे। और कोई भी पक्ष किसी भी धार्मिक कार्यक्रम में लाउड स्पीकर का प्रयोग नही करेगा। फिलहाल गाँव वालों ये फैसला करके एक मिसाल कायम कर दी है। ताकि आपस में कोई विवाद न हों।


पुलिस अधिकारी चक्रपाणि त्रिपाठी इस कार्य की सराहना करते हुए गाँव वालों को बधाई दे रहे है उनका कहना है कि सामाजिक दृष्टि से बहुत अच्छा कार्य किया है जिससे समाज मे अच्छा सन्देश जा रहा है।


रिपोर्ट सागर रस्तोगी

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