Archived

जाते जाते डीएम ज़ुहैर बिन सग़ीर को क्यों देनी पड़ी सफाई!

जाते जाते डीएम ज़ुहैर बिन सग़ीर को क्यों देनी पड़ी सफाई!
x

मुरादाबाद के निवर्तमान ज़िलाधिकारी ज़ुहैर बिन सग़ीर ने आज अपने स्थान्तरण के अगले ही दिन प्रेस वार्ता कर एक अधिवक्ता द्वारा अपने ऊपर लगाए गये आरोप में रखा अपना पक्ष।जिलाधिकारी ज़ुहैर बिन सग़ीर ने बताया कि एक अधिवक्ता ग्राम समाज की भूमि पर अवैध रूप से क़ब्ज़ा करना चाहता था, और प्रशासनिक अधिकारियों पर उसका साथ देने का दबाव बनाता था.


जब उसका साथ नही दिया गया. तो वो उल्टे सीधे आरोप लगाने लगाकर फेसबुक पेज के माध्यम से पर्सनल अटैक करने लगा. पिछली सरकार में सपा नेताओं से सिफ़ारिश कराता था. अब नई सरकार आने पर बीजेपी के नेताओं से कॉल कराने लगा. तब मैंने उन्हें बताया कि असल मामला क्या है?






अब उन्होंने इस अधिवक्ता के ख़िलाफ़ कार्यवाही के लियें एसएसपी मुरादाबाद को मुक़दमा दर्ज करने के लिये SDM सदर के माध्यम से तहरीर भेज रहा हूँ. ताकि इस मामले में मुक़दमा दर्ज कर कार्यवाही की जाये.





ज्ञात रहे मुरादाबाद के दुष्यंत चौधरी नाम के एक अधिवक्ता ने पूर्व ज़िलाधिकारी मुरादाबाद, व मुरादाबाद के कुंदरकी से सपा विधायक हाजी रिज़वान के साथ मिलकर ज़मीन पर क़ब्ज़ा करने का आरोप लगा कर कमिश्नर मुरादाबाद मंडल के कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करने के बाद लखनऊ जाकर CM कार्यालय में भी शिकायत की थी. इसी मामले में आज ज़ुहैर बिन सग़ीर ने प्रेस वार्ता कर अपना पक्ष रखा था.

सागर रस्तोगी की रिपोर्ट

Next Story