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पीलीभीत : सावधान पीलीभीत के जंगल इंसानो के लिये सुरिक्षत नहीं है? ये हम महीन कह रहे हैं। पीलीभीत टाईगर रिजर्व से बडी खबर आ रही है यहां एक बाघ या बाघिन ने इस बार वनकर्मी को ही अपने मुहॅ का निवाला बनाया है। बीते दिन पीलीभीत टाईगर रिजर्व के बनकटी बीट में तैनात वन वाचर ताराचंद डियूटी पर अपनी गश्त को निकला था।
ताराचंद बीते शाम से लापता हुआ उसके बाद जब वो घर नहीं पहुंचा तो उसे परिवार वालों ने बनकटी चैकी पर सूचना दी। सूचना पर वनकर्मी ताराचंद को ढूंढने निकले लेकिन ताराचंद तो नहीं उसकी साईकिल मिली। काफी ढूंढने के बाद भी ताराचंद नहीं मिला। आज सुबह वनकर्मियों ने दोबारा उसे ढूंढने का प्रयास जीपीएस और सर्विलांस से शुरू किया तो देखा कि बनकटी बीट में कपडे फटे हुये पडे है तो उसने और अंदर झाडियों में जाकर देखा। जहाॅ ताराचंद का पूरा शरीर बाघ या बाघिन खा चुका था बस बचा था तो उसका थोडा मांस और एक पैर। वनकर्मी उसके शरीर के बचे भाग लेकर मुख्यालय आये जहाॅ अब पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है।
वहीं, डीएफओ टाईगर रिजर्व कैलाश प्रकास का कहना है कि मृतक वनकर्मी को जितनी सहायता दी जा सकती है वो उन्हे दिलवायेगें। अभी यह स्पष्ट नहीं बाघ या बाघिन है। अभी तक तो बाघ-बाघिन जंगल के बाहर के आबादी में इंसानी खून ढूंढ रहे थे लेकिन अब तो यह माना जा रहा है कि वनकर्मी जोकि जंगल के अंदर गश्त कर रहे वो भी सुरक्षित नहीं है।
रिपोर्ट : फैसल मलिक
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