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राष्ट्रीय
असहिष्णुता : अब करण जौहर के बयान से मचा राजनीतिक घमासान
Special News Coverage
23 Jan 2016 5:45 AM GMT
नई दिल्ली : असहिष्णुता पर फिल्मकार करण जौहर द्वारा की गयी टिप्पणी ने राजनीतिक घमासान शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने जहां मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए उस पर अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंटने का आरोप लगाया वहीं भाजपा ने इस आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि भारत सबसे सहिष्णु देश है। अब इस मुद्दे पर खुलकर बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो गया है।
आपको बता दें कि फिल्म निर्माता-निर्देशक करण जौहर ने जयपुर के साहित्य महोत्सव में कहा था कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की बात करना इस दुनिया में सबसे बड़ा मजाक है। मेरे ख्याल से लोकतंत्र देश का दूसरा बड़ा मजाक है।
करण जौहर ने कहा था, 'हम ऐसे देश में हैं जहां अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में हम खुलकर नहीं बोल सकते हैं। मुझे इस बात से बहुत दुख होता है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र देश में दो सबसे बड़े मजाक बन चुके हैं। आप इन दोनों बातों को किस तरह से परिभाषित करेंगे? मैं फिल्ममेकर हूं और मुझे कुछ भी करने से पहले सोचना पड़ता है। मैं कहां पर क्या कह रहा हूं और उसके बाद मुझे किस बात के लिए कानूनी नोटिस भेज दिया जाए, पता ही नहीं चलता है। मैं एफआईआर किंग बन चुका हूं।
इस पर राजग सरकार पर प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि मोदी की सरकार बुद्धिजीवियों के खिलाफ है। ये स्वतंत्र विचार वालों के विरुद्ध हैं। इसलिए हर तरफ तनाव बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के पिट्ठू अनुपम खेर को छोड़ कर सबको लगता है कि असहिष्णुता बढ़ी है।
वहीं, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, ‘‘जो भारत की सहिष्णुता पर सवाल खड़े कर रहे हैं, उनमें देश की संस्कृति और परंपराओं का कोई ज्ञान नहीं है. वे निरक्षर हैं. यह सच है कि चुनावों की घोषणाएं होते ही असहिष्णुता का मुद्दा सिर उठाता है।’’
केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने भी इस पर कहा कि पूरी दुनिया देख रही है कि भारत सबसे सहिष्णु देश है।
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