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कृषि कानूनों के खिलाफ सड़क पर कांग्रेस, कृषि मंत्री बोले- राहुल गांधी अपनी पार्टी का घोषणापत्र पढ़ लें
नई दिल्ली : कृषि कानून के मसले पर कांग्रेस पार्टी आज एक बार फिर देशव्यापी प्रदर्शन कर रही है. कांग्रेस की ओर से किसान अधिकार दिवस मनाया जा रहा है, जिसके तहत सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक केंद्र सरकार के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है. दिल्ली में कांग्रेस ने राजभवन का घेराव किया. इस प्रदर्शन की अगुवाई कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने की.
हालांकि यह मार्च एलजी के निवास तक नहीं पहुंच सका लेकिन इसमें पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच में काफी झड़प हुई।
राज निवास के बाहर प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि एयरपोर्ट, कोर्ट…सब PM समेत 5 लोग चला रहे, ये सभी किसानों का खात्मा करना चाहते हैं। राहुल ने कहा "लेकिन नरेंद्र मोदी हिन्दुस्तान को नहीं समझ रहे हैं, वो सोचते हैं कि किसानों में शक्ति नहीं है और ये 10-15 दिन में चले जाएंगे क्योंकि नरेंद्र मोदी किसान की इज्जत नहीं करते। नरेंद्र मोदी हिन्दुस्तान का किसान नहीं डरेगा, नहीं हटेगा और भागना आपको पड़ेगा।"
राहुल ने कहा, "बीजेपी सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेना ही होगा. जब तक ये कानून निरस्त नहीं होंगे, तब तक कांग्रेस पीछे नहीं हटेगी. ये कानून किसानों की मदद के लिए नहीं हैं, बल्कि उन्हें खत्म करने के लिए हैं."
कांग्रेस नेता ने कहा "संगठनों के साथ बातचीत केन्द्र की विलंब करने की रणनीति का हिस्सा है, लेकिन किसान कमजोर नहीं पड़ेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कृषि कानूनों को वापस लेना ही होगा।" गांधी ने कहा कि यूपीए ने आर्थिक विकास दिया था, लाखों लोगों को गरीबी से निकाला, आज युवाओं के लिए कोई रोजगार नहीं है। मीडिया, आईटी, रिटेल, पावर..सभी क्षेत्रों में कुछ कॉरपोरेट्स का एकाधिकार है। सरकार किसानों को थकाने की कोशिश कर रही है। यह उनकी रणनीति है। मोदी जी किसानों का सम्मान नहीं करते है।
कृषि मंत्री राहुल को दिया करारा जवाब
नए कृषि कानून को लेकर किसान संगठनों और सरकार के बीच आज 9वें दौर की वार्ता बेनतीजा रही। दिल्ली के विज्ञान भवन में दोपहर 12 बजे से किसानों और सरकार के बीच बातचीत जारी हुई, जो कि शाम में यह बैठक हमेशा की तरह किसी अहम निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई। अब यह 10वें दौर की बैठक के लिए 19 जनवरी की तारीख तय की गई है। बैठक से निकलते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसान संगठनों के साथ आज की बातचीत निर्णायक नहीं थी। हम 19 जनवरी को फिर से वार्ता करेंगे।
इसके साथ ही नए कृषि कानून पर कांग्रेस के रवैये पर पलटवार करते हुए तोमर ने कहा कि राहुल गांधी के बयानों और कार्यों पर उनकी ही पार्टी हंसती है और उनका मजाक उड़ाती है।
नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषि कानूनों पर कांग्रेस द्वारा केंद्र सरकार की आलोचना किए जाने पर राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि राहुल के बयान पर उनकी ही पार्टी ही उनका मजाक उड़ाती है। तोमर ने कहा कि 2019 में कांग्रेस के मैनिफेस्टो में ये वायदा उन्होंने किया था। अगर उन्हें याद न हो तो अपना मैनिफेस्टो उठाकर पढ़ लें। अगर ऐसा है तो वह प्रेस के सामने आएं और बताएं कि वो तब झूठ बोल रहे थे या आज झूठ बोल रहे हैं। कांग्रेस ने खुद कृषि सुधारों का वायदा किया था और आज हमारा विरोध कर रही है।
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