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चुनाव हारने के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने एक बार फिर कहा है कि चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच मिलीभगत थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि पूर्वांचल की 122 सीटों पर भाजपा ने बसपा के टिकट तय किए। सपा गठबंधन के साथ इस चुनाव में 6 सीटें जीतने वाले सुभासपा प्रमुख ने कहा कि उनके पास सबूत भी है। उन्होंने कांग्रेस पर भी भाजपा की मदद का आरोप जड़ा है।
ओपी राजभर ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ''पूर्वांचल में 122 सीटें ऐसी हैं जिनपर बीजेपी दफ्तर में बैठकर प्रत्याशी तय किए गए और सिंबल बसपा ऑफिस में दिए गए। मैं इसके लिए सबूत दे सकता हूं। जो पार्टियां 4 बार सत्ता में रहीं, चाहे वह बसपा हो या कांग्रेस, बीजेपी का समर्थन किया। उनके वोट कहां गए?''
राजभर ने आगे कहा, ''हमने विधानसभा वार समीक्षा करने का फैसला किया है। कमिया बताने वाली उन रिपोर्ट्स के आधार पर हम उस पर काम करन की कोशिश करेंगे। दूसरी बात यह कि बसपा और भाजपा का मेल हो गया, जो यूपी में बड़ा खेल हो गया।'' सुभासपा प्रमुख ने उनकी सीट जहूराबाद में भी बसपा की ओर से प्रत्याशी बदले जाने के बाद आरोप लगाया था कि मायावती की पार्टी का टिकट भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह के कमरे में तय किया जाता है और सिंबल बसपा दफ्तर में दिया जाता है।
2017 में भाजपा के साथ चुनाव लड़कर योगी सरकार में मंत्री बने राजभर ने बाद में अपनी राहें अलग कर लीं और इस चुनाव में सपा गठबंधन के साथ चुनाव लड़े हैं। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान जीत को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे और यहां तक कह दिया था कि योगी आदित्यनाथ को भीख मांगने पर मजबूर कर देंगे। योगी को गोरखपुर और मोदी-शाह को गुजरात भेज देने की बात कही थी। हालांकि, चुनावी नतीजे आने के बाद उन्होंने कहा कि पहले चरण से ही पता चल गया था कि सपा गठबंधन की हार होने जा रही है।