- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
अमित शाह ने 4 साल में 14 राज्यों में लहराया बीजेपी का परचम, आज मना रहे हैं 55वां जन्म दिन
नई दिल्ली। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सोमवार को 54 साल के हो गए. आज वो अपना 55वां जन्मदिन बना रहे हैं. एक के बादज एक राज्य में जीत दर्ज करने की वजह से अमित शाह भारतीय राजनीति के 'चाणक्य' कहे जाने लगेल हैं. अमित शाह ने बीजेपी को कार्यकर्ताओं के मामले में बीजेपी को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनाया. साथ ही उसे देश के कई अहम राज्यों में सत्ता दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई.
साल 2014 में लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी की कमान थामने वाले अमित शाह का सबसे बड़ा कारनामा त्रिपुरा में वामपंथियों का कई दशक पुराना 'लाल किला' ढहाकर वहां बीजेपी का कमल खिलाया. शाह ने उत्तर प्रदेश में 14 साल का वनवास खत्म कराके तीन चौथाई बहुमत से बीजेपी की सत्ता में वापसी कराई. बतौर पार्टी अध्यक्ष अपने चार साल के कार्यकाल में शाह ने 14 राज्यों में बीजेपी का परचम लहराया. साल 2015 में बिहार और दिल्ली के विधानसभा चुनाव में उनका मैनेजमेंट गड़बड़या था और दोनों ही राज्यों में पार्टी को बुरी तरह हार का मुंह देखने पड़ा.
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व बीजेपी साल 2014 में केंद्र की सत्ता में आई थी. नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद राजनाथ सिंह की जगह अमित शाह ने बीजेपी चीफ की कमान संभाली थी. शाह के अध्यक्ष बनने के कुछ समय बाद ही हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा के चुनाव हुए. इन दोनों राज्यों में बीजेपी ने जीत दर्ज की. अगल साल 2016 शाह की अगुआई में बीजपी ने जम्मू-कश्मीर, झारखंड, असम तो साल 2017 में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर, हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय में जीत दर्ज की. पूर्वोत्तर में सत्ता से अबतक दूर रही बीजेपी ने शाह के करिश्माई नेतृत्व में सियासी जमीन मजबूत की और सत्ता का स्वाद चखा.
यह शाह के नेतृत्व का ही कमाल है कि बीजेपी देश की ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है जिसमें 10 करोड़ से भी ज्यादा कार्यकर्ता शामिल हैं. साल 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी के विजयी रथ के सारथी भी अमित शाह ही रहे और 2019 में मोदी की वापसी के लिए भी अणित शाह ही उनका सारथी होंगे. हालांकि बतौर पार्टी अध्यक्ष अमित का कार्याकाल जनवरी 2019 तक ही था लेकिन उन्हीं के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए उनका कार्यकाल बढ़ाया गया है.
अमित शाह के जन्मदिन पर उन्हें बधाई देने वालो का तांता लगा हुआ है. बीजेपी के आधिकारिक ट्वीटर हेंडिल पर उन्हें जन्मदिन का बधाई देते दुए दो मिनट का एक वीडियो जारी किया है. इस ट्वीट को पीएण नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट किया है. तमाम केंद्रीय मंत्री ट्वीटर पर शाह को बधाई दे र रहे हैं. सभी का एक सुर में कहना है कि अमित शाह के कुशल नेतृत्व की वजह से ही बीजेपी दुनिया की सबसे बड़े पार्टी बनी है.