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INDIA में जोश का संचार तो NDA का विश्वास क्यों डगमगा रहा है, क्योंकि इन सवालों का जबाब देने वाला कौन?
भारत की राजनीति लगातार रुख बदल रही है लेकिन राजनैतिक धर्म धुरंधर इस बात को कतई मानने को तैयार नहीं है उसका भी एक बड़ा कारण है वो है पीएम मोदी का अति आत्मविश्वास जिसकी वजह से उनके समर्थकों का हौसला टूटता नजर नहीं आ रहा है। जिस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले से कहा कि अगला झंडा भी हमी फहराएंगे तो मनोबल कैसे टूट सकता है।
अब बात करते है लोगों के जबाब के जो जमीन से आ रहे है। आज से तीन साल पहले अगर जमीन पर किसी से कोई सवाल पीएम मोदी को लेकर कर दिया तो लोग लड़ने भिड़ने पर आमादा हो जाते थे। लेकिन अब बहस भी नहीं करते है और हाँ में हाँ भी मिलाते है। मगर मीडिया का एक बाद तबका लगातार मोदी को ही सबसे ईमानदार और काम करने वाला पीएम साबित करने पर तुला हुआ है।
क्या मीडिया पर जनता के इन सवालों का जबाब है
- मणिपुर की जनता अपना पीएम खोज रही है।
- किसान आंदोलन में मृतक किसान परिवारों का क्या हाल है आपने तो गलती मान ली।
- यूपी में शिक्षा मित्रों की गारंटी लेकर उनकी खबर नहीं ली।
- देश में विकास के नाम चलने वाली योजनाओं को लेकर चुनाव में क्यों जाते।
- चुनाव कांग्रेस और राहुल के नाम पर कब तक लड़ोगे, कांग्रेस इस देश की जनता नहीं है।
- भ्रष्टाचार की बात करते हो और उसी को बीजेपी में शामिल करते हो।
- चुनाव में ही उस राज्य की बात करते हो चुनाव बाद क्या होगा कुछ पता नहीं।
- बीजेपी शासित राज्य में कुछ भी हो जाए लेकिन विपक्षी राज्यों में सवाल करते हो
- यूपी में बीजेपी के ट्विटर हेंडील से 17000 हजार का मानदेय देने की बात कही गई वो मानदेय किसी को मिला
- आप रोजगार के नियुक्ति पत्र बांटते हो आपने 2 करोड़ प्रतिवर्ष का वादा किया था क्या हुआ क्या अपने दोनों कार्यकाल में कुल मिलाकर दो करोड़ लोगों को ईमानदारी से रोजगार दिया।
- आपने शौचालय को लेकर बड़ा जोर शोर किया क्या हुआ उसका आज तक उसका पता नहीं चला
- किसान सम्मान निधि पहली बार 13 करोड़ लोगों को दी गई अब चार करोड़ के लगभग क्यों दी जा रही है पहले दिए गए लोग गलत थे तो इसका जिम्मेदार कौन
- पीएम केयर फंड की जानकारी जनता जानना चाहिती है।
- महंगाई पर आप खामोश क्यों हो जाते हो।
- उज्ज्वला गैस का क्या हुआ क्या इतना महंगा सिलेंडर वो गृहणी खरीद रही है।
- महिला सुरक्षा की बात करने वाली सरकार महिला के मामले पर बिल्कुल खामोश।
- आधी आबादी को लेकर आपका मंसूबा क्या है।
- आपके सांसदों के द्वारा गाँव गोद लिए गए क्या वो गाँव अब चलने फिरने लायक हुए कि नहीं?
- आपके द्वारा हर बात पर चुनावी भाषण दिया जाता है चीन भारत सीमा पर असलियत क्या है बताया कभी?
- आपके द्वारा आज की बात पूछने पर नेहरू या काँग्रेसियों का हवाला दिया जाता है क्यों?
- जम्मू कश्मीर में आप चुनाव करा पाएंगे या नहीं?
- धर्म के नाम पर हो रही हिंसा का जिम्मेदार कौन?
- देश में 80 करोड़ लोगों को राशन देने की बात आपके द्वारा कही जाती है क्या इससे हमारी साख बढ़ती है।
- तीन वर्ष बाद भी आप नई शिक्षा नीति लागू नहीं कर पाए कब तक लागू करेंगे।
ये चंद सवाल है अभी सभी सवाल लिखे जाए तो एक किताब लिख जाएगी लेकिन सवाल खत्म नहीं होंगे। क्योंकि सरकार से सवाल करना चाहिए जो जनहित में हों। इस देश में चुनाव धर्म संप्रदाय पर शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार पर होना चाहिए ताकि देश में विकास की गंगा बहे न कि उन अनर्गल बयानों पर जिनसे देश का कोई लेना देना हो।
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