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दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने युवा नेता कन्हैया कुमार को एनएसयूआई का तत्काल प्रभाव से इंचार्ज बनाया गया है। फिलहाल कांग्रेस ने कन्हैया कुमार के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी दी है। जेएनयू के छात्र नेता रहे कन्हैया कुमार को कांग्रेस ने अपनी छात्र विंग NSUI का प्रभारी बनाया है। लंबे समय से उन्हें कुछ अहम जिम्मेदारी देने की चर्चाएं थीं, लेकिन अब उन्हें छात्रों के बीच काम करने के लिए कहा गया है, जिसका उनके पास पुराना अनुभव है। लंबे समय से कयास लग रहे थे कि कन्हैया कुमार को दिल्ली या फिर बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। हालांकि उनके अनुभव को देखते हुए कई सीनियर नेता इसके पक्ष में नहीं थे। माना जा रहा है कि यह फैसला उनके अनुभव और वरिष्ठ नेताओं की सहमति के आधार पर लिया गया है।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान में कन्हैया कुमार को NSUI इंचार्ज बनाने की जानकारी दी गई है। पत्र में लिखा गया है, 'माननीय कांग्रेस अध्यक्ष ने कन्हैया कुमार को एनएसयूआई का राष्ट्रीय प्रभारी नियुक्त किया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी।' जेएनयू में छात्र संघ के अध्यक्ष रहे कन्हैया कुमार यूनिवर्सिटी की राजनीति से निकलकर वामपंथी दल सीपीआई का हिस्सा बन गए थे। हालांकि वहां भी उनके मतभेद हो गए थे और फिर उन्होंने पार्टी ही छोड़ दी।
कन्हैया कुमार ने राहुल गांधी की मौजूदगी में 2021 में कांग्रेस का दामन थाम लिया था। कांग्रेस जॉइन करने के दौरान कन्हैया कुमार ने कहा था कि यदि देश को बचाना है तो फिर कांग्रेस को मजबूत करना जरूरी है। इसी मकसद से मैंने कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का फैसला लिया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस एक बड़े जहाज की तरह है। यदि वह बच गई तो फिर देश में अन्य तमाम क्षेत्रीय दल भी बच जाएंगे, लेकिन कांग्रेस के बिना ऐसा संभव नहीं होगा। कन्हैया कुमार ने 2019 में सीपीआई के टिकट पर बेगूसराय लोकसभा सीट से चुनाव भी लड़ा था, लेकिन गिरिराज सिंह के मुकाबले हार का सामना करना पड़ा था।