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शशि थरूर बोले- श्री राम बीजेपी की संपत्ति नहीं, बाबरी मस्जिद को ढहाना इतिहास में एक धब्बे की तरह
अयोध्या में राम मंदिर के लिए करीब 500 सालों तक चला संघर्ष वैसे तो पिछले साल सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के साथ ही अंजाम पर पहुंच गया। अब 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में भूमिपूजन कर भव्य राम मंदिर की बुनियाद रख दी है। सन 1528 में बाबरी मस्जिद के निर्माण के बाद से ही हिंदू पक्ष उस पर सवाल उठाता आया था कि उसे मंदिर तोड़कर बनाया गया था।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि बाबरी मस्जिद को ढहाना इतिहास में एक धब्बे की तरह है। जैसा कि राहुल गांधी ने 2007 में बताय था- मेरे पिता ने मां से कहा कि वह मस्जिद के सामने खड़े हो जाएंगे। अगर कोई मारना चाहता है तो पहले उन्हें मारे।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा, श्री राम बीजेपी की संपत्ति नहीं हैं। वह ऐसे आदर्श रहे हैं जिनकी छवि करोड़ों लोगों के मन में है। गांधी जी ने शरीर छोड़ते समय भी हे राम कहा था। वह राम राज्य की बात करते थे जहां शांति और समृद्धि हो। उनके नाम को हाइजैक नहीं किया जा सकता।
थरूर ने लिखा, 'कुछ वाम-उदारवादी बुद्धिजीवी कांग्रेस पर भाजपा के रंग में रंगने का आरोप लगा रहे हैं। हां, कई नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर का स्वागत किया। लेकिन उन्होंने हिंदुओं को मुसलमानों के खिलाफ उकसाया नहीं। उन्होंने मुस्लिम समुदाय के खिलाफ अभद्र भाषण नहीं दिए, बयानबाजी नहीं की।'
थरूर ने भारतीय राजनीतिक दलों के बीच अंतर पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने सवाल किया, 'ऐसे लोग जो कहते हैं कि भारत के राजनीतिक दलों में कोई अंतर नहीं है, जो राम मंदिर को लेकर सम्मान के साथ मुस्लिम समुदाय के साथ एक व्यवस्था पर सहमत हुए और जिन्होंने हिंसा और घृणा के साथ मस्जिद गिरा दी, क्या ऐसे लोगों में कोई अंतर नहीं है?'