राष्ट्रीय

शरद पवार ने पीएम पद के दावेदारों में नहीं लिया राहुल गांधी का नाम, मायावती समेत गिनाए ये नाम

Special Coverage News
28 April 2019 12:26 PM IST
शरद पवार ने पीएम पद के दावेदारों में नहीं लिया राहुल गांधी का नाम, मायावती समेत गिनाए ये नाम
x
एनसीपी के मुखिया ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई मौकों पर खुद ही ये बात कही है कि वो प्रधानमंत्री पद की रेस में नहीं हैं.

नई दिल्ली : राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के राष्ट्रीय अध्‍यक्ष शरद पवार ने कहा है कि अगर लोकसभा चुनाव 2019 में अगर नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में एनडीए को स्‍पष्‍ट बहुमत नहीं मिलता है तो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री या फिर उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती प्रधानमंत्री पद की सबसे बड़ी दावेदार होंगी.

शरद पवार का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब ये तीनों ही नेता अपने-अपने राज्यों में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने के लिए कड़ी मशक्‍कत कर रहे हैं. शरद पवार ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी गुजरात के चीफ मिनिस्‍टर थे.

उन्होंने कहा चूंकि मेरी राय में एनडीए के स्‍पष्‍ट बहुमत पाने की संभावना अबकी बार कम है, 'ऐसे में चंद्रबाबू नायडू, मायावती और ममता बनर्जी प्रधानमंत्री पद के लिए बेहतरीन विकल्‍प हैं।' पवार ने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया जिसमें उनके हवाले से कहा जा रहा था कि मायावती, ममता और नायडू पीएम पद के लिए कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी की अपेक्षा ज्‍यादा अच्‍छे दावेदार हैं.

एनसीपी के मुखिया ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई मौकों पर खुद ही ये बात कही है कि वो प्रधानमंत्री पद की रेस में नहीं हैं. पवार ने आग कहा, 'इस पर कोई भी बहस अप्रासंगिक है.' आपको बता दें कि एक सप्‍ताह पहले जब शरद पवार मुंबई में नायडू के साथ थे, तब टीडीपी चीफ ने कहा था कि वह पीएम पद की ओर नहीं देख रहे हैं. नायडू ने कहा कि उनका मुख्‍य लक्ष्‍य लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराना है.

इससे पहले चुनाव प्रचार के दौरान पवार ने दावा किया था कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी की सीटें बहुत ज्‍यादा कम होंगी। उन्‍होंने कहा, 'सभी मोर्चों पर सरकार के असफल होने को देखते हुए मैं यह महसूस करता हूं कि बीजेपी की कम से कम 100 सीटें कम होंगी। एनडीए को स्‍पष्‍ट बहुमत मिलना मुश्किल होगा। हमें प्रधानमंत्री पद के लिए नए विकल्‍पों पर विचार करना होगा।'

Next Story